मुंबई। बॉलीवुड के संगीतकार, गायक बप्पी लहरी का मंगलवार देर रात ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया (ओएसए) के कारण उनकी मृत्यु हो गई। निधन हो गया है। 69 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पतालत में रात 11 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। पिछले साल उन्हें कोरोना हुआ था और महामारी को मात देकर वे अस्पताल से घर भी लौट आए थे।
संगीत की दुनिया में यह इस महीने दूसरी बड़ी क्षति है। इससे पहले स्वर कोकिला लता मंगेशकर का निधन हुआ था। गहनों के शौकीन बप्पी लहरी करीब एक करोड़ रुपए से अधिक का सोना पहनते थे, जिसका वजन लगभग दो किलो होता था।
बप्पी लाहिरी का जन्म कलकत्ता में शास्त्रीय संगीत की समृद्ध परंपरा वाले परिवार में हुआ था। उनके पिता अपरेश लाहिरी एक प्रसिद्ध बंगाली गायक थे और उनकी मां, बंशोरी लाहिरी एक संगीतकार और एक गायिका थीं, जो शास्त्रीय संगीत और श्यामा संगीत में पारंगत थीं। वह उनकी इकलौती संतान थे। गायक-संगीतकार के परिवार में उनकी पत्नी चित्रानी लाहिड़ी और उनकी बेटी और गायिका रेमा लाहिरी बंसल हैं।
मुंबई के क्रिटीकेयर अस्पताल के निदेशक डॉक्टर दीपक नामजोशी ने बताया कि बप्पी लाहिरी को एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को अपने घर बुलाया।
1970-80 के दशक में उनके शानदार संगीत और हिंदी सिनेमा में अलग तरह के संगीत से पहचान मिली। बॉलीवुड की फिल्मों में रॉक म्यूजिक इस्तेमाल करने का श्रेय उन्हें ही जाता है। उनका आखिरी बॉलीवुड गाना ‘भंकस’ 2020 की फिल्म ‘बागी 3’ के लिए था।