दुर्ग। संभागायुक्त महादेव कावरे ने बुधवार को कृषि विभाग के उप संचालक व पशुधन विकास विभाग के उपसंचालक को शो काज नोटिस जारी किया। साथ ही उन्होंने चंदखुरी गौठान की एआरईओ को भी नोटिस जारी किया। उक्त अधिकारियों को गोठान में खामियों के लिए कारण बताओ नोटिय दिया गया है। संभागायुक्त ने कृषि उपसंचालक सुरेश सिंह राजपूत, पशु विभाग के उपसंचालक डॉ. एमके चावला और ग्रामीण कृषि विकास विस्तार अधिकारी अर्चना चखियार को यह नोटिस दिया है।
बता दें मंगलवार को चार्ज लेने के बाद संभागायुक्त ने चंदखुरी गौठान का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने पाया कि जरूरी रजिस्टर में इंट्री नहीं किया जा रहा था। इसे देखते हुए उन्होंने संबंधित एआरईओ को नोटिस जारी किया। उन्होंने उपसंचालकों को भी इस बात पर नोटिस जारी किया कि उन्होंने इस बात की मानिटरिंग क्यों नहीं कर रहे हैं। संभागायुक्त ने गौठान में आने वाले पशुओं की संख्या जाननी चाही और चारा उत्पादन की स्थिति भी जाननी चाही। इस पर संतोषप्रद उत्तर नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा है कि गोठान योजना सरकार की महत्वकांक्षी योजना है इसके संचालन में लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि गौठान की मानिटरिंग विभागीय अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि एनजीजीबी सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना है और ग्रामीण विकास की रीढ़ है। इसकी मानिटरिंग नियमित रूप से अधिकारी करें। साथ ही वे यह देखें कि इससे जुड़े हुए सभी रजिस्टर में इंट्री होती रहे। गोबर खरीदी सभी जगह होती रहे, गौठान आजीविकामूलक गतिविधियों के साधन बने। संभागायुक्त ने कहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप गौठान स्वावलंबी बने और आजीविकामूलक गतिविधियों के केंद्र बने। इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से गौठानों की समीक्षा की जाएगी। यहां चारा उत्पादन, गोधन न्याय योजना एवं अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।