तीरंदाज डेस्क। मीडिया जगत को स्तब्ध कर देने वाली खबर लखनऊ से आ रही है, जहां देश के जाने माने पत्रकार कमाल खान का हार्ट अटैक से निधन हो गया। लखनऊ में बटलर पैलेस स्थित सरकारी आवास पर कमाल खान अपने परिवार के साथ रहते थे। 14 जनवरी शुक्रवार की सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया। परिजन इलाज के लिए उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बता दें कि कमाल खान एऩडीटीवी के लिए काम करते थे। उनके निधन की खबर फैलते ही मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई। देशभर के पत्रकार सोशल मीडिया के माध्यम से कमाल को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कमाल खान दो दशक से पत्रकारिता में थे। लंबे समय तक प्रिंट मीडिया में रहने के बाद उन्होंने एनडीटीवी के साथ टीवी करियर की शुरुआत की और अंत तक चैनल के साथ जुड़े रहे।
खबरों को पेश करने के अपने खास अंदाज और भाषा के लिए वह काफी लोकप्रिय थे। कलाम को करीब से जानने वाले बताते है कि जैसा उनका नाम वैसा उनका स्वभाव था। खबरों को परोसने का अंदाज उन्हें औरों से अलग रखता था। वे भावनाओं को शब्दों में पिरोने में माहिर थे। वे विशुद्ध रूप से पत्रकार थे।
संयमित पत्रकारिता के प्रतीक रहे कमाल
कमाल खान की अपनी अलग पहचान थी। गंभीर से गंभीर मामलों को वे संयमित भाषा और तर्कों के साथ प्रस्तुत करते थे। कमाल की पत्रकारिता मौजूदा दौर की हो -हल्ला वाली पत्रकारिता से हमेशा परे रही। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज वे पत्रकार भी कमाल के निधन पर दु:खी हैं जो उनसे कभी मिले भी नहीं।