भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई में बुधवार को सभी जोन में अध्यक्षों का चुनाव होगा। तय कार्यक्रम के अनुसार वार्ड समिति के अध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया सुबह 10:30 बजे से शुरू हो जाएगी। प्राधिकृत अधिकारियों द्वारा अपने अपने जोन में अभ्यर्थियों के नामांकन लेने से लेकर निर्वाचन प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। जोन आयुक्तों को ही प्राधिकृत अधिकारी बनाया गया है। आइए जानते हैं नगर निगम के पांचों जोन में किस पार्टी का अध्यक्ष बन सकता है।
जोन क्रमांक 1 नेहरू नगर की बात करें तो यहां निर्वाचन नहीं होगा। क्योंकि नगर निगम भिलाई का सभापति गिरवर बंटी साहू इसी जोन के वार्ड क्रमांक 12 से पार्षद हैं। नियमानुसार सभापति अपने जोन का पदेन अध्यक्ष होता है। इस वजह से जोन क्रमांक एक में निर्वाचन नहीं होगा। वहीं जोन क्रमांक 2 में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यहां कांग्रेस के छह पार्षद व भाजपा के 6 पार्षद हैं। दो निर्दलीय पार्षद हैं जिनमें से एक वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद रामानंद मौर्य ने पहले ही कांग्रेस को समर्थन दे दिया है। वहीं एक निर्दलीय पार्षद अनीता साहू सभापति के निर्वाचन में हिस्सा ले चुकी है। निर्दलीय पार्षद भाजपा के पाले में जाती है तो यहां भी ड्रॉ से अध्यक्ष का चुनाव होगा। नहीं तो कांग्रेस का अध्यक्ष बनना तय है।
निर्दलीय तय करेंगे जोन 3 का अध्यक्ष
जोन क्रमांक 3 मदर टैरेसा नगर में 14 वार्ड है। 5 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद 6 वार्ड में भाजपा के पार्षद तथा 3 वार्ड में निर्दलीय पार्षद हैं। तीन निर्दलीय में से दो ने कांग्रेस को पहले ही समर्थन दे दिया है। वही सेक्टर 1 वार्ड 54 के पार्षद वशिष्ठ नारायण मित्र किसी के पाले में जाते नहीं दिखते। सो यहां भी जोन अध्यक्ष के चुनाव में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। निर्दलीय पार्षदों के समर्थन से यहां कांग्रेस अपना अध्यक्ष बना सकती है। वहीं यदि वशिष्ठ नारायण मिश्र भाजपा को समर्थन देते हैं तो इनकी भी संख्या 7 हो जाएगी। इस जोन में ड्रा व क्रास वोटिंग की संभावना बन रही है।
जोन 4 में भाजपा कांग्रेस के बराबर पार्षद
जोन क्रमांक 4 में भी कुल 14 वार्ड शामिल किए गए हैं। खुर्सीपार शिवाजी नगर जोन के 14 वार्डों में कांग्रेस और भाजपा के 7-7 पार्षद हैं। यहां किसी एक पार्टी का अध्यक्ष बनता नहीं दिख रहा है। यदि वोटिंग बराबर होती है तो ड्रॉ होगा। कांग्रेस को यहां क्रॉस वोटिंग की उम्मीद है जिससे वे अपना जोन अध्यक्ष बना सकें। वहीं भाजपा भी इसी उम्मीद से है कि कांग्रेस की ओर से क्रॉस वोटिंग हो जाए। इधर जोन क्रमांक 5 सेक्टर-6 की तस्वीर पूरी तरह साफ है। जोन क्रमांक 5 में भी 14 वार्ड शामिल किए गए हैं। 14 में से 13 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद हैं और एक वार्ड में भाजपा की पार्षद है। यहां उलटफेर की संभावना कम है। यहां पर कांग्रेस का जोन अध्यक्ष बनना तय है।