महासमुंद। महिला कर्मचारी के साथ आपत्तिजनक अवस्था का सोशल मीडिया पर जिला शिक्षाधिकारी का आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ था। मामले की जांच के बाद राज्य शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने महासमुंद के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी परसराम चन्द्राकर को सस्पेंड कर दिया है।
कार्रवाई के तहत 20 जनवरी को स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी निलंबन आदेश में इसके कारणों का विवरण पेश किया गया है। इसमें बताया गया है कि प्रभारी जिला शिक्षाधिकारी परसराम चंद्राकर अपने निजी बेलोनो कार में एक विभागीय महिला कर्मचारी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थे जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था।
आदेश में आगे लिखा जिला गया है कि शिक्षा अधिकारी के इस आचरण को छग सिविल सेवा आचरण के नियम 1955 के नियम 3 के विरुद्ध है। अतः छग शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
महासमुंद के जिला शिक्षा अधिकारी का जिम्मा संभाल रहे असिस्टेंट डायरेक्टर हिमांशु भारती ने बताया कि ये कार्रवाई की गई है। वीडियो वायरल होने के बाद विभाग ने परसराम के निलंबन का आदेश जारी कर दिया है।
इश्क का खुलासा
चंद्राकर के निलंबन आदेश में एक महिला का जिक्र है। दोनों ने सुनसान जगह देखकर गाड़ी पार्क की थी। गाड़ी के अंदर रोमांस चल रहा था। एक ग्रामीण युवक ने दोनों को मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया था। जिस कार में ये सब हो रहा था वो गाड़ी भी परसराम चंद्राकर के नाम पर ही रजिस्टर है।
इनकी पदस्थापना भी विवादों में रही
जानकारी अनुसार महासमुंद जिले के शिक्षा अधिकारी का प्रभार कुछ समय पहले परसराम को मिला था। विभागीय नियमों के मुताबिक चंद्राकर बेहद जूनियर थे, मगर उन्हें ये पद दे दिया गया। इसके खिलाफ मामला कोर्ट में चला गया। ज्यादा दिन डीईओ की कुर्सी पर चंद्राकर नहीं बैठ पाए। इस केस और विवाद की वजह से फिलहाल जिम्मेदारी हिमांशु भारती ये जिम्मा संभाल रहे हैं।
शिक्षा विभाग के इन अफसरों पर भी कार्रवाई
इधर स्कूल शिक्षा विभाग ने कोण्डागांव के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मिश्रा को भी निलंबित कर दिया है। आरोप है कि राजेश मिश्रा ने कलेक्टर के आदेश को दरकिनार कर 140 व्याख्याता, शिक्षक और सहायक शिक्षकों का ट्रांसफर किया या एडजस्टमेंट किया। गैर कानूनी तरीकों से 89 दिनों के लिए कलेक्टर दर पर चपरासी की नियुक्ति की। बिना टेंडर बुलाए सूखा राशन वितरण का काम एक निजी फर्म को दे दिया। बाद में जांच हुई तो स्कूलों में अनाज भी कम पहुंचा था। जांच के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है।
रायगढ़ के एक प्राचार्य दूसरी बार निलंबित
रायगढ़ जिले में भी विभाग ने कार्रवाई की है। एक प्राचार्य को दोबारा निलंबित किया गया है। भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद विभाग ने धरमजयगढ़ विकासखंड के बाकारुमा हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य जितेंद्र कुमार प्रसाद को अगस्त 2021 में निलंबित किया था। आरोप था कि जितेंद्र कुमार ने 2018-19 व 2019-20 के सत्र में विद्यार्थियों से दो लाख 18 हजार 160 रुपए की अतिरिक्त वसूली कर ली थी। स्कूल शिक्षा विभाग 90 दिनों के भीतर आरोपपत्र नहीं दे पाया। ऐसे में उनका निलंबन खुद ही खत्म हो गया था। अब गुरुवार को विभाग ने नया आदेश जारी कर प्राचार्य को दोबारा निलंबित किया।
(TNS)