भिलाई। नेहरू नगर चौक पर लूट का एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। चार लोगों ने अपने आप को मीडियाकर्मी बताकर धौंस जमाते हुए इंदौर के व्यापारी का कैश लूटकर फरार हो गए। सुपेला पुलिस को शिकायत मिलने के बाद मामले में त्वरित कार्रवाई की गई। पुलिस ने इस मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी कभी मीडिया कर्मी बन जाते थे और कभी फर्जी पुलिस बनकर लूट करते थे। आरोपियों के कब्जें से खाकी वर्दी भी बरामद की गई है।
सुपेला पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शाहीबाग इंदौर निवासी नदीम खान अपने साथी चालक तबरेज खान के साथ सेनिटाइजर की सप्लाई के लिए भिलाई पहुंचा था। वह यहां मेडिकल स्टोर्स में सेनेटाइजर की सप्लाई कैश भी कलेक्ट कर रहा था। नदीम खान बोलेरो पिकअप क्रमांक MP 09- GG 2058 में 157 पेटी सेनेटाइजर लेकर दुर्ग- भिलाई मेडिकल स्टोर्स में डिलीवरी के लिए लेकर पहुंचा था। रविवार शाम को नेहरू नगर में सनेटाइजर की डिलवरी के लिए पहुंचा था। इस दौरान उसके पास कॉल आया। कॅलर ने अपने आप को मेडिकल दुकान संचालक बताते हुए नेहरू नगर चौक पर पहुंचने कहा। नदीम खान सेनेटाइजर के साथ नेहरू नगर पहुंच तो चार लोग मोटर साइकिल पर पहुंचे और आई कार्ड दिखाते हुए खुद को मीडियाकर्मी बताने लगे।
मीडिया कर्मी बने बदमाशों ने नदीम खान व उसके ड्रायवर पर धौंस जमाते हुए उनके कागजात देखे और उनके पास रखे 48 हजार रुपए लेकर चंपत हो गए। इसके बाद नदीम खान व उसका चालक सुपेला थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुपेला पुलिस तत्काल आरोपियों की तलाश में लग गई। सीसी टीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। इस दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने रामनगर आजाद चौक निवासी योगेश्वर मानिकपुरी, डिपरापरा दुर्ग निवासी टामेन्द्र सिन्हा, भिलाई-3 निवासी कृपाचंद सोनवानी और कातुल बोड निवासी तामेश्वर तिवारी को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से पुलिस ने दो कार्डलेस वाकी-टॉकी, सोशल मीडिया से जुडे आईकार्ड, माईक व खाकी वर्दी बरामद किया है। पुलिस ने लूट की रकम भी बरामद कर ली है। वहीं सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।



































