भिलाई। बीएमवाई चरोदा में कपलिंग के दौरान दो बोगियों के बीच दबने से रेलवे कर्मी की मौत हो गई। जिस समय रेलवे कर्मचारी कपलिंग कर रहा था तभी लोको पायलट ने इंजन को झटका दे दिया, जिससे कर्मचारी दो बोगियों के बीच दब गया। इस हादसे में रेलवे कर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना स्थल पर पहुंचे रेलवे अधिकारयों ने जीआरपी चरोदा को इसकी सूचना दी। जीआरपी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जीआरपी थाना चरोदा से मिली जानकारी के अनुसार भिलाई मार्शलिंग यार्ड में मंगलवार को शंटिंग कार्य हो रहा था। रेलवे कर्मचारी सचिन यमराज भिवगड़ मंगलवार को फर्स्ट शिफ्ट ड्यूटी पर था। वह दो बोगियों के बीच कपलिंग जोड़ने के काम में लगा था। इस दौरान बिना किसी इशारे के लोको पायलट ने ट्रेन को झटका दे दिया, जिससे ट्रेन आगे बढ़ी और सचिन दो बोगियों के बीच में दब गया। इस हादसे में सचिन की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास रेलवे कर्मियों की भारी भीड़ जमा हो गई। इस हादसे के बाद अब सवाल यह उठ रहा है कि बिना किसी इशारे या सिग्नल के लोको पायलट ने इंजन को झटका क्यों दिया।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद जीआरपी थाने में घटना की सूचना दी गई। जीआरपी चरोदा ने बताया कि घटना की प्रारंभिक जांच में लोको पायलट की लापरवाही सामने आई है। बिना किसी इशारे व सिग्नल के बगैर ही लोको पायलट ने इंजन को झटका दे दिया जिससे कर्मचारी की मौत हुई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। इधर इस हादसे को लेकर अधिकारियों ने भी लोको पायलट की लापरवाही को जिम्मेदार माना है। रेलवे अधिकारियों ने भी अपने स्तर पर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि हादसे में जिस कर्मचारी की मौत हुई है वह मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला था। उसके परिवार में दो भाई, पत्नी व बच्चे हैं जिसकी जिम्मेदारी सचिन पर ही थी।