दुर्ग। पिछले दो दिनों से प्रदेश में बारिश हो रही है। बेमौसम बारिश ने पूरे प्रदेश को भिगों कर रख दिया है। प्रदेश के सभी जिलों में बौछार पड़ रही है। कहीं रुक-रुक कर तो कहीं लगातार बारिश हो रही है। प्रदेश के साथ ही दुर्ग जिले में भी दो दिनों से बादल जमकर बरस रहे हैं। इसके कारण खेती किसानी पर प्रभाव पड़ा है। बेमौसम बारिश ने फसलों को खराब कर दिया है। ग्राम खैरझिटी तहसील धमधा जिला दुर्ग के रहने वाले युवा कवि जितेन्द्र कुमार वर्मा “खैरझिटीया” ने अपनी कविता के माध्यम से किसानों का दर्द बयां किया है।
बता दें कि पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण किसानों का काफी नुकसान हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई एकड़ फसल बरबाद हो गई। धान, चना, गेहूं सहित किसानों द्वारा लगाई अन्य फसल भी तबाह हो गई। प्रदेश में राजधानी रायपुर सहित दुर्ग-भिलाई, कोरबा, बिलासपुर, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव सरगुजा, जशपुर आदि क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। जिसके कारण किसानों की फसल चौपट हो गई। किसानों के इस दर्द को युवा कवि जितेन्द्र ने अपनी कविता में पिराया है। यहां पढ़े कवि जितेन्द्र की कविता में किसानों का दर्द
कवि जितेन्द्र की किसानों का दर्द बयां करती कविता
काली गिरिस हे भारी करा अऊ पानी ।
बाढ़ गेहे किसान के परेशानी ।।
अब कैसे कटही हमर जिंदगानी।
अवय्या बछर में कैसे करबो किसानी।।
धान सरगे चना सरगे
अऊ सरगे हमर गंहू ।।
सोंचे रेहेंव ये साल लाहूं
छोटे बेटा बर बहू ।।
अब का होही हे भगवान ।
कर्जा में लदागेन जम्मो किसान।।
कामें लाबो बिजहा भतहा ।
कामें लाबो दवई पानी ।।
सबो किसान के मेहनत ला ।
बोहादेश रे आंसों के करा पानी ।।
बने किसानी के होय ले ।
सबके चलथे धंधा पानी ।।
सबो किसान के मेहनत ला।
बोर देश रे करा अऊ पानी।।
TNS