रायपुर। राजधानी में पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी सायबर अपराधों में कमी नहीं आ रही है। शातिर ठग एक के बाद एक नए ऐसे तरीके ढूंढ निकालते हैं, जिससे भोले-भाले ही नहीं, पढ़े लिखे और समझदार लोग भी इनके झांसे में आ जाते हैं। हालिया मामला एक इंजीनियर युवती के साथ आनलाइन ठगी का सामने आया है, जिसके साथ करीब एक लाख रुपये की ठगी हुई है। पीड़िता की शिकायत पर रायपुर की कोतवाली थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली थाने में पीड़िता सोनल तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि वह सीनेक्रान आइटी कंपनी पुणे महाराष्ट्र में काम करती है। युवती ने बताया कि उसके पास दो दिसंबर को फोन नंबर 91-2226531122 से काल आया। फोन धारक ने अपना नाम अविनाश और खुद को आइसीआइसीआइ बैंक का कर्मचारी होना बताया।
उसने बताया कि बैक के क्रेडिट कार्ड पर 2,499 रुपये के सालाना इंश्योरेंस की रकम कटने से बचाने की बात कह कर झांसा दिया कि वह चाहे, तो इस राशि को कटने से बचा सकती है। इसके बाद फोन धारक ने एक मैसेज भेजा और ओटीपी पूछ लिया। ओटीपी बताते ही अकाउंट से 99,780 रुपये निकाल लिए गए। पैसे कटने के बाद युवती को ठगी का एहसास हुआ, तो उसने थाने और साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई।
मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आश्वासन दिया है कि जल्द ही आरोपी को पकड़कर सलाखों के पीछे डाल देंगे। मगर, इसके साथ ही आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह के लालच या ठगों के जाल में न फंसे। बैंक या उसके कस्टमर केयर अधिकारी कभी भी ग्राहकों को फोन करके ओटीपी नहीं पूछते हैं।