कोरबा। महिला नर्स के अपहरण मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। आरोपियों का किडनैपिंग के बाद 2 करोड़ वसूली की योजना थी। वारदात में उपयोग किए गए वाहन की जब्ती के साथ 5 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। शक रही निकला, नर्स का रिश्तेदार ही इस अपराध में शामिल था।
पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हुआ था कि घटना को महिला के किसी रिश्तेदार ने ही अंजाम दिया गया है। इस आधार पर घटनास्थल के आसपास के इलाके में चलने वाले स्कॉर्पियो वाहन को पहले टारगेट में किया गया। जांच में परिवहन कार्यालय से जानकारी मिली कि कुसमुंडा, गेवरा, हरदी बाजार, दीपका इलाके में CG 12 पासिंग की कुल 21 स्कार्पियो वाहन चल रही है।
इस मामले में पूछताछ के दौरान एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि अपहरणकर्ताओं ने जिस स्कॉर्पियो वाहन में अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया था वह CG-12 पासिंग की थी। इस आधार पर CG-12 पासिंग के सफेद रंग के स्कॉर्पियो के पंजीकृत स्वामियों की जानकारी परिवहन कार्यालय कोरबा से प्राप्त की गई।
उसके बाद पुलिस की जांच उसी दिशा में केंद्रित हुई। उस आधार पर सभी 21 स्कॉर्पियो वाहन के बारे में गोपनीय तौर पर जानकारी एकत्रित की गई। वाहन कहां-कहां पर चल रहे हैं पतासाजी के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी-12-AW-4542 जो संदीप कुमार मानिकपुरी के नाम पर पंजीकृत है उसे वाहन चालक अरविंद प्रताप कोर्राम चला रहा था।
वाहन चालक ने खोला राज
जांच में जब पुलिस को लगा कि चालक अरविंद प्रताप कोर्राम से पूछताछ की जाए, तो उसे हिरासत में लिया गया। पूछताछ करने पर उसने बताया कि संजीव कुमार गोंड़ नामक व्यक्ति को 3 हजार रुपए में वाहन को बुक किया था। अरविंद प्रताप से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने पूरी घटना की विस्तार से जानकारी दी। अरविंद प्रताप से मिली जानकारी के आधार पर संजीव कुमार गोंड से पूछताछ की गई, जिसने बताया कि आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पिता शत्रुघ्न राठौर जो भठोरा चौकी, हरदी बाजार निवासी इस मामले का मास्टर माइंड है, जिसने संजीव कुमार गोंड को महिला के अपहरण के लिए 3 लाख रुपए में सुपारी दी थी। घटना के कुछ दिन पहले आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न सिंह गोंड, गोवा राज और सुनील सिंह आपस में मिलकर महिला के अपहरण की योजना बनाई थी।
उन्हें पता था महिला के पास है बड़ी रकम
आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पूर्व में अपहृत महिला को 80 हजार रुपए उधार में दिया था, जिसे महिला वापस नहीं कर रही थी। साथ ही महिला को जमीन के मुआवजे में बड़ी रकम मिली थी, जिसके लालच में आकर आरोपी सुरेंद्र राठौर ने अपहरण की योजना बनाई।
इसलिए महिला के करीबी ने रची साजिश
पुलिस ने खुलासा किया कि मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार महिला के परिवार का करीबी है, जिसे मालूम था कि महिला को एसईसीएल से मुआवजे में बड़ी रकम मिली है। आरोपी सुरेंद्र कुमार की योजना थी कि महिला को अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपए फिरौती की मांग की जाए, क्योंकि महिला के पति की मौत हो चुकी है। महिला अकेले रहती है इसलिए आसानी से उसे रकम हासिल की जा सकती है। उसके बाद सुरेंद्र राठौर ने योजना बनाई। इस योजना में ये थी कि संजीव कुमार गोंड़ अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो में लेकर महिला को जंगल की ओर ले जाएंगे। बाद में सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते-खोजते घटनास्थल की ओर पहुंचेगा। महिला और अपहरणकर्ताओं के बीच मध्यस्थता की भूमिका निभा कर रकम देने के लिए तैयार करेगा।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
योजना के अनुसार तय दिशा के तहत मुख्य आरोपी व साजिशकर्ता सुरेंद्र कुमार अन्य आरोपी को बताया कि महिला प्रतिदिन रात 8 बजे ड्यूटी के लिए जाती है। घर से निकलते ही उसका अपहरण किया जा सकता है। घटना दिन महिला जैसे ही घर से ड्यूटी के लिए निकलती उसे वहीं पर अपहरण करना था, लेकिन वहां पर भीड़ होने के कारण आरोपी अपने प्लान में बदलाव किया और महिला को पीछा करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाईबाजार तक पहुंचे। जैसे ही महिला अस्पताल के पास पहुंची आरोपी संजीव कुमार और शत्रुघ्न गोंड नीचे उतरे और महिला को जबरन उठाकर वाहन में भर लिया।
जंगल में अलग-अलग रास्तों पर रात भर घुमाया
मामले में अपहृत महिला को आरोपी संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न गोंड, अरविंद प्रताप, गोवा राज और सुनील सिंह स्कॉर्पियो वाहन में लेकर रतीजा के आगे और बोइदा के बीच के जंगलों में अलग-अलग लोकेशन पर रातभर घुमाते रहे और सुरेंद्र कुमार राठौर के अगले आदेश का इंतजार करते रहे।
सहानुभूति के लिए आरोपी ने रातभर तलाश की
इधर मुख्य आरोपी सुरेंद्र राठौर अपहृत महिला एवं परिवार की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए अपने एक अन्य साथी मुकेश यादव नामक व्यक्ति के साथ रात में ही कड़कड़ाती ठंड में बुलेट मोटरसाइकिल से महिला को खोजने के लिए निकला और अलग-अलग स्थानों पर रातभर खोजने का नाटक करता रहा।
5 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने घटना में उपयोग किए गए स्कार्पियो वाहन सीजी-12 AW 4542 को बरामद कर जब्त कर लिया गया है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, अरविंद प्रताप सिंह, शत्रुघ्न सिंह, संजीव कुमार, गोवा राज को गिरफ्तार कर लिया गया है, ुन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। पुलिस के अनुसार एक आरोपी सुनील कुमार सिंह फरार है, जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
टीम के लिए एसपी ने 10 हजार इनाम की घोषणा की
मामले में शीघ्र सफलता के लिए टीम के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने 10 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। इसमें थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, चौकी प्रभारी हरदी बाजार निरीक्षक अभय सिंह बैस, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक अश्वनी वर्मा,आर जितेंद्र रात्रे, संजय चंद्रा डेमन ओगरे, विकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, रवि चौबे गंगाराम डांडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
(TNS)