रायपुर। कोरोना वायरस के नए खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन को देश में फैलने से रोकने के लिए विदेश से आने वाले लोगों को निगरानी रखी जा रही है और कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। मगर, इसके बावजूद वायरस से इस नए वेरिएंट ने भारत में भी दस्तक दे दी है, जिसके मरीज मिल चुके हैं। इस बार संक्रमित होने वाले लोगों में पहले की तरह कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं। उनके मुंह का स्वाद और सूंघने की शक्ति नहीं जा रही है।
हालांकि, हल्का बुखार, मांशपेशियों में दर्द के साथ सिर दर्द शिकायत रहती है। गले में खराश, थकान की शिकायत रहती है। खास बात यह कि कई संक्रमितों में कोई भी लक्षण नहीं दिखाई दे रहा है। ऐसे में बिना जांच के कोरोना संक्रमितों की पहचान करना भी मुश्किल हो गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने विदेश से आने वाले लोगों से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों जैसे मास्क पहनने, दो गज की दूरी का पालन करने, भीड़-भाड़ में जाने से बचने, हाथ सैनेटाइज करते रहने आदि का पालन करने के लिए कहा है।
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि लोग वैक्सीन की दोनों डोज लगवाएं और बच्चों का विशेष ध्यान रखें। डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरियंट में कोरोना टीकाकरण 60 प्रतिशत बचाव करता है। हालांकि, ओमिक्रोन पर यह कितना कारगर होगा, इसके बारे में अभी से कुछ भी नहीं का जा सकता है। अभी तक ओमिक्रोन से संक्रमित किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। फिर भी चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि सावधानी ही बचाव है।
बताते चलें कि पहले से ही कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही थी। ऐसे में ओमिक्रोन संक्रमण के मरीज सामने आने के बाद लगने लगा है कि यह लहर भले ही थोड़ी देर से और धीमी शुरुआत के साथ आ रही है। मगर, यदि जागरुकता नहीं बरती गई, तो परिणाम भयावह हो सकते हैं।