रायपुर। वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर सोमवार को दिनभर प्रदर्शन के बाद भी रात को कड़ाके की ठंड में सहायक शिक्षक-शिक्षिकाएं आंदोलन स्थल पर जमे रहे। संघ के पदाधिकारियों के साथ कल की रणनीति पर चर्चा की। इस दौरान पुलिसकर्मियों का पहरा रहा।
बता दें कि वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर पूरे प्रदेशभर से सहायक शिक्षक राजधानी पहुंचे हैं। दोपहल को विधानसभा की ओर कूच करते समय पुलिस और शिक्षकों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान शिक्षकों का गुस्सा फूट पड़ा और नारेबाजी करते हुए सभी प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए।
धक्का-मुक्की शुरू हुई तो इसी बीच एक महिला शिक्षक भीड़ में बेहोश हो गई। महिला पुलिसकर्मियों की मदद से इसे नजदीकी अस्पताल ले जाया गया।
बूढ़ातालाब धरना स्थल से निकले हजारों शिक्षक
सहायक शिक्षकों ने बूढ़ातालाब के धरना स्थल से एक विशाल रैली की शक्ल में हजारों शिक्षक विधानसभा घेरने पहुंचे थे। सहायक शिक्षकों के संगठन ने ऐलान कर दिया था कि सरकार लंबे वक्त से उनकी बात नहीं सुन रही, इसलिए अब विधानसभा का घेराव करने अपनी बात रखेंगे।
शिक्षकों को आगे बढ़ने नहीं दिया गया
पूरे जोश में एक तरफ शिक्षक आगे बढ़ रहे थे। दूसरी तरफ सप्रे स्कूल के पास पुलिस ने बैरीकेडिंग कर दी। जिला प्रशासन के अफसर और पुलिस के DSP रैंक के अफसर भी मोर्चा संभाले हुए थे। शिक्षकों को यहां से आगे न जाने देने की तैयारी थी। बैरीकेडिंग देखकर शिक्षकों का गुस्सा फूटा, नारे बाजी करते हुए सभी प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए। धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इस बीच एक महिला शिक्षक भीड़ में बेहोश हो गई।
काफी देर तक सड़क पर ही धरना देने के बाद अफसरों को अपना ज्ञापन सौंपकर शिक्षक लौटे, सभी ने धरना देने और अब आगे हड़ताल करने की चेतावनी दी है। शिक्षकों का दावा है कि बहुत से कर्मचारियों को न प्रमोशन मिला है न प्रमोशन के स्तर का वेतन। सभी चाहते हैं कि इस मांग पर गौर किया जाए।
(TNS)