भिलाई। नगरीय निकाय चुनाव के अंतर्गत दुर्ग जिले के तीन निगम भिलाई, रिसाली, भिलाई-चरोदा व नगर पालिका परिषद जामुल के चुनाव पर सबकी नजरे हैं। चार निकायों के 170 वार्डों से पार्षद प्रत्याशी तय हो गए हैं। स्कूटनी के बाद इन निकायों से कुल 914 प्रत्याशी मैदान में हैं। सोमवार को नाम वापसी के बाद पूरी तस्वीर साफ होगी, लेकिन इस बीच बागियों ने पार्टी प्रत्याशियों की नींद हराम कर दी है।
बात करें नगर पालिक निगम भिलाई की तो यहां के 70 वार्डों में चुनाव होने है। चुंकि इस बार पार्षदों में से ही महापौर चुनकर आना है इसलिए चुनाव लड़ने में दिग्गजों ने रुचि दिखाई है। इसका परिणाम यह हुआ कि सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा ने कई ऐसे प्रत्याशियों के टिकट काट दिए जो पूर्व में पार्षद चुनाव लगातार जीतते रहे हैं। टिकट वितरण के बाद कुछ ने पार्टी के प्रित निष्ठा को देखते हुए बगावती तेवर नहीं दिखाए लेकिन सभी वार्डों में ऐसा नहीं हुआ। ऐसे कई वार्ड हैं जहां से टिकट के दावेदार टिकट न मिलने से नाराज होगा निर्दलीय के तौर पर मैदान में उतरे हैं।
जानकारों की मानें तो नगर निगम भिलाई के इस चुनाव में चंद वार्डों को छोड़कर लगभग सभी वार्डों में बागियों ने दलों की चिंता बढ़ा दी है। कांग्रेस व भाजपा के बागियों के कारण चुनाव दिलचस्प मोड़ पर है। हालांकि वार्ड वार बागी प्रत्याशियों की सही जानकारी नाम वापसी के बाद ही सामने आ सकती है। इसके बाद भी कुछेक वार्ड ऐसे हैं जहां से बागियों ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है।
वार्ड 16 सुपेला वार्ड से कांग्रेस की ओर से टिकट के दावेदार कई थे लेकिन पार्टी ने केशव चौबे को टिकट दे दिया। अब इस वार्ड से जानिसार अख्तर, जानकी देवी व अनुसुइया ने बागी होकर नमांकन भरा है। यही स्थिति वार्ड क्रमांक 14 शांति नगर की है। यहां भाजपा ने पूर्व पार्षद ललित मोहन का टिकट काट दिया। अब ललित मोहन निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।
इसी प्रकार वैशाली नगर वार्ड 20 की बात करें तो यहां से कांग्रेस व भाजपा दोनों दलों से बागी प्रत्याशी मैदान में हैं। पूर्व पार्षद ने टिकट न मिलने से अपनी पत्नी को चुनाव मैदान मं उतारा है वहीं कांग्रेस से पूर्व पराजित हुए प्रत्याशी ने भी अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। कुछ ऐसी ही स्थिति कैंप क्षेत्र के वार्डों की भी है जहां से बागी प्रत्याशी मोर्चा खोल चुके हैं।
खुर्सीपार क्षेत्र के वार्डों में बगावती तेवर हावी हैं। यहां के 8 वार्डों में बागी प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वार्ड 38 सोनियागांधी नगर वार्ड में बाहरी प्रत्याशी का मामला है। यहां से भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों ने बाहरी प्रत्याशी को उतारा है। विरोध में स्थानीय दावेदारों ने मोर्चा खोल दिया है। इसी प्रकार वार्ड 44 से दया सिंह को प्रत्याशी बनाने से इस वार्ड में भाजपा के बागी तैयार हैं। इस वार्ड से कांग्रेस ने भाजपा से कांग्रेस में प्रवेश करने वाले को प्रत्याशी बनाया है जिसके कारण पार्टी के लिए काम करने वाले नाराज हैं। इसी प्रकार वार्ड 45 से कांग्रेस का बागी प्रत्याशी मैदान में है।
इसी प्रकार वार्ड 46 दुर्गा मंदिर में भी भाजपा का बागी उम्मीदवार मैदान में हैं। इसी प्रकार वार्ड 47 राधाकृष्ण मंदिर वार्ड में भाजपा प्रत्याशी को लेकर नाराजगी है। वहीं वार्ड क्रमांक 48 से भाजपा ने तीन बार से लगातार जीत रहे प्रत्याशी का टिकट काट दिया है। अब इस वार्ड से भी भाजपा का बागी प्रत्याशी मैदान में है। इसके अलावा टाउनशिप के कुछ वार्डों में भी बागी प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। बहरहाल सोमवार को नाम वापसी है इसके बाद निगम की तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिर कितने बागी चुनावी मैदान में रहते हैं और कितने नाम वापस लेकर पार्टी प्रत्याशी का समर्थन करते हैं।