भिलाई। सहेली ज्वेलर्स पर कार्रवाई के बाद वापस लौटती डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) टीम को रोकने का प्रयास किया गया था। सहेली ज्वेलर्स के घर व दुकान सहित कारखाने में कई घंटों चली कार्रवाई के बाद जब बीती रात डीआरआई की टीम वापस लौटने निकल रही थी तब टीम के साथ कुछ झड़प करते दिखे। अब इसका एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) टीम ने गुरुवार को अपनी 60 सदस्यीय टीम के साथ सहेली ज्वेलर्स के सुपेला स्थित दुकान, दुर्ग स्थित मकान व कारखाने में एक साथ दबिश दी। इस दौरान टीम ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। देर रात जब टीम कार्रवाई के बाद लौटने लगी तो गेट के बाहर कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और जाने नहीं दे रहे थे। इस दौरान टीम के साथ झूमाझटकी हुई। इसके बाद अधिकारियों ने पुलिस की मदद ली। मौके पर पहुंचे कोतवाली पुलिस ने अधिकारियों को वहां से निकाला।
बताया जाता है कि जब मौके पर दुर्ग पुलिस की टीम पहुंची तो उनके साथ भी बहस हुई। काफी देर तक झूमाझटकी होती रही। इसके बाद दुर्ग पुलिस ने डीआरआई के अधिकारियों को वहां से निकाला। इधर इस मामले में दुर्ग एसपी बद्रीनारायण मीणा ने कहा कि डीआरई टीम के साथ झड़प की जानकारी वे ही दे सकते हैं। सूचना पर दुर्ग पुलिस मौके पर पहुंची थी। हमारी पुलिस के साथ किसी प्रकार की धक्का मुक्की या बहस नहीं हुई है।
इसलिए बनी यह स्थिति
दरअसल सहेली के संचालक इस कार्रवाई व दो दिन तक उन्हें घर पर नजरबंद किए जाने से नाराज थे। डीरआरई की टीम ने कार्रवाई के दौरान संचालकों के मोबाइल फोन ले लिए थे। किसी को अंदर बाहर जाने नहीं दिया जा रहा था। टीम की कार्रवाई से सहेली के संचालक काफी नाराज थे। इसलिए जब वे जाने लगे तो गेट के बाहर कुछ लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया।
आंध्र पुलिस क साथ हो चुकी है झड़प
इससे पहले वर्ष 2015 में चोरी के एक मामले में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की पुलिस आरोपी को लेकर सहेली ज्वेलर्स के सुपेला स्थित शोरूम पहुंची थी। उस दौरान चोरी के आरोपी ने बताया कि उसने चोरी का सोना सहेली ज्वेलर्स में बेचा था। पूछताछ के लिए पहुंची आंध्र की पुलिस के साथ काफी बहस की थी। तब सुपेला पुलिस ने इस मामले में काफी मदद की थी।
(TNS)