रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक दिसंबर से शुरू हो रही धान खरीदी के लिए प्रशासन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। अगले 20 दिनों की धान खरीदी के लिए जिले में अभी 5000 गठान बारदाने पहुंच चुके हैं, जबकि कुल धान खरीदी के लिए करीब 25 हजार गठान बारदानों की जरूरत होगी। जिले के 137 धान खरीदी केंद्र के माध्यम से होने वाली खरीदी के लिए राशन दुकान से नए और पुराना बारदाने भी मिल रहे हैं। बताते चलें कि जिले के एक लाख 29 हजार 291 किसानों से करीब में पांच लाख 74 हजार मीट्रिक टन धान खरीदा जाएगा।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि किसानों से धान खरीदी 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी, जिसमें रविवार को अवकाश रहेगा। इसके लिए राजधानी के दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। लघु सीमांत और सीमांत किसानों को प्राथमिकता देने के साथ ही सभी समितियों में व्यवस्थित रूप से धान खरीदने के लिए टोकन व्यवस्था लागू की जाएगी।
हालांकि, धान में 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर उसकी खरीदी नहीं की जाएगी। इसके लिए केंद्रों में आर्द्रतामापी का उपयोग किया जाएगा, जिसका उपयोग करना कर्मचारियों को सिखा दिया गया है। इस बीच एक सप्ताह पहले हुई तेज बारिश से जिन किसानों का धान गीला हो गया है, वे एक दिसंबर को धान नहीं बेच पाएंगे। ऐसे में कुछ किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
जिला स्तर पर धान खरीदी की समुचित व्यवस्था के लिए जिला नियंत्रण केंद्र स्थापित किए गए हैं। इसमें धान खरीदी के लिए संभावित समस्या निराकरण के त्वरित प्रयास किए जाएंगे। सभी समितियों में पर्यवेक्षण और निरीक्षण के लिए 137 समितियों को जोन और सेक्टर में विभाजित कर जोनल और सेक्टर आफिसर की नियुक्ति की गई है। प्रशिक्षण में खाद्य नियंत्रक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला सहकारी बैंक, जिला प्रबंधक मार्कफेड, उप पंजीयक फर्म्स सोसायटी और कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग से धान खरीदी से संबंधित जानकारी दी गई।