जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार का सहकारी दुग्ध संघ अब बकरी का दूध भी बेचेगा। सांची के ब्रांड नेम से बकरी का दूध बाजार में उतार दिया गया है। लोग जगह-जगह बने सांची के पार्लर से बोतल बंद दूध रेडी टू ड्रिंक खरीद सकते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि बकरी के दूध से इम्यून सिस्टम के साथ मेटाबोलिज्म भी बढ़ता है। बकरी का दूध हड्डियों को मजबूती करने, हृदय के लिए फायदेमंद और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर भी है। बकरी का स्टरलाइज्ड दूध इम्युनिटी बूस्टर का काम करेगा। क्योंकि दूध पौष्टिक खनिज तत्वों से भरपूर होता है। अभी आमतौर पर बकरी का दूध बाजार में नहीं मिलता है।
लोग अपने इस्तेमाल के लिए बकरी पालते हैं, लेकिन दुग्ध संघ की कोशिश के बाद अब जबलपुर के लोगों को आसानी से स्वास्थ्यवर्धक और सुपाच्य बकरी का दूध मिलने लगेगा। इससे ग्रामीण आजीविका मिशन को भी लाभ होगा। गांव के किसान कम लागत में बकरी पालन का व्यवसाय अपना सकेंगे जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। मध्यप्रदेश दुग्ध संघ सहकारी समितियों के जरिए गांव-गांव से दूध इकट्ठा कर विक्रय का काम लोकप्रिय सांची ब्रांड नेम से करता है.
30 रुपये में 200 एमएल दूध
मध्य प्रदेश दुग्ध संघ, जबलपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीपक शर्मा ने बताया कि 200 मिली की बॉटल में बकरी के दूध की अधिकतम कीमत 30 रुपये रखी गई है। फिलहाल जबलपुर दुग्ध संघ के सांची पार्लर पर उपलब्ध होगा। लोगों का रिस्पॉंस मिलने के बाद दूसरे शहरों में भी सांची पार्लर पर बकरी का दूध उपलब्ध करवाया जाएगा।
गाय के दूध से तीन गुना महंगा
बकरी का 200 एमएल दूध 30 रुपये में बेचा जा रहा है। यानी इस हिसाब से एक लीटर (1000 एमएल) दूध की कीमत होगी 150 रुपया। जबकि बाजार में गाय के दूध की कीमत करीब 50 रुपया लीटर है।