रायपुर (raipur)। मौसम (weather) में बदलाव का कारण दक्षिण में हो रही भारी बारिश (rain) है। वहीं बंगाल की खाड़ी में डिप्रेशन की वजह से देशभर में मौसम की स्थिति में बदलाव देखने को मिल रहा है। आसमान (Sky) पर बादल छाए (cloudy) हुए है। इस कारण कई राज्यों में बारिश की स्थिति बनी है। इसका असर छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में भी देखने को मिल रहा है। आज शनिवार 13 और रविवार 14 नवंबर को बारिश के संकेत हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ में मौसम पूरी तरह से बदल गया है। सप्ताहभर से ठंड का अहसास हो रहा था, शुक्रवार से आसमान पर बादल नजर आ रहे हैं। प्रदेश के कुछ जगहों पर बारिश भी हुई। वहीं शनिवार को अनेक स्थानों पर हल्की बारिश होने की सूचना है। कुछ जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा, तो कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
कम दबाव का क्षेत्र उत्तर अंदरूनी तमिलनाडु का भी असर
मौसम विभाग (weather department) के मुताबिक, कम दबाव (low pressure) का क्षेत्र उत्तर अंदरूनी तमिलनाडु और उसके आसपास स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रिय चक्रवाती घेरा 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। वहीं एक द्रोणिका उत्तर अंदरूनी तमिलनाडु में स्थित निम्न दाब के केंद्र से उत्तर तटीय उड़ीसा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।
और बढ़ सकता है तापमान
बता दें कि पिछले हफ्ते जहां ठंड महसूस होने लगी थी, अब इसमें थोड़ी कमी आ गई है। अगले कई दिनों तक मौसम का मिजाज यूं ही बने रहने की संभावना जताई जा रही है। तापमान में और बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग की मानें तो दक्षिण भारत में जहां भारी बारिश हो रही है वहीं बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में डिप्रेशन बना हुआ है। इस वजह से बादलों की आवाजाही हो रही है। समुद्री बादलों की आवाजाही की वजह से तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। मौसम विभाग ने अगले 15 दिनों के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। बताया है कि 12 से 18 नवंबर के दौरान अधिकतम तापमान 25 से 30 डिग्री के बीच रह सकता है।
फसलों को होगा नुकसान
इधर बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान (damage to crops) होगा। बलौदाबाजार में हो रही बेमौसम बारिश से किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में धान कटाई के साथ-साथ मिसाई का काम भी चल रहा है, ऐसे में बरसात से फसलों को नुकसान हो सकता है।
(TNS)