भिलाई (bhilai)। कांग्रेस पार्षद (councilor) सूरज बंछोर की हत्या के पीछे पैसों के लेन-देन को लेकर विवाद के बाद पूरी प्लानिंग के साथ वारदात (crime) को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। मामले में आईजी ओपी पाल (IG OP Pal) के अनुसार आम लोगों के बीच जो चर्चा है उन सभी पहलुओं (all aspects) पर जांच (inspection) की जा रही है।
पार्षद की जघन्य हत्या (heinous the killing) मामले में ग्रामीणों के अनुसार जुए का फड़ (gamble) लगाने और इसमें लेन-देन को लेकर किसी से विवाद होना वारदात का बड़ा कारण हो सकता है। जिस जगह पर सूरज बंछोर का खून से लथपथ शव मिला था वहां ताश के पत्ते बिखड़े पड़े थे। वहीं शराब की बोतलें भी मिली हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि यहां पर गलत गतिविधियां संचालित होती है। यहां चर्चा है कि लंबे समय से अवैध गतिविधियां (illegal activities) यहां पर चल रही है, पर पुलिस को इसकी जानकारी क्यों नहीं है। अगर है, तो फिर इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
रात को एक परिचित से मांगे थे पैसे
बता दें कि सूरज बंछोर सोमवार की रात Hathkhoj बंधवा तालाब के पास सरकारी स्कूल के पीछे दोस्तों के साथ बैठे थे। ग्रामीणों के अनुसार तालाब पार पीपल पेड़ के नीचे प्रतिदिन जुआरियों का जमावड़ा लगता है। जहां ताश के पत्ते और पानी के पाउच मिले हैं। यह जानकारी मिली है कि वारदात से पहले मृतक ने परिचित से रुपए मांगे थे। बताया जा रहा है कि यहां पर जुए का फड़ लगाने के लिए वसूली होती थी। यहां दूसरे क्षेत्र के लोग भी खेलने आते थे। जीतने वाले जुआरी से अतिरिक्त पैसे लिए जाते हैं।
दोषी कोई भी हो, उन्हें न्याय मिलना चाहिए
पार्षद सूरज बंछोर की हत्या के बाद उनके परिजनों का गुस्सा फूटा है। वे ग्रामीणों के साथ चौक पर जाम लगा दिए थे। काफी देर तक पुलिस उन्हें समझाने की कोशिश की तब जाकर धरने से उठे। सूरज की बहन रश्मि वर्मा ने कहा कि कांग्रेस की सरकार है और उनके पार्षद की इस तरह हत्या हो गई। दोषी चाहे कोई भी हो, उन्हें न्याय मिलना चाहिए।
धारदार चीज से किया गया है हमला
एएसपी संजय ध्रुव (ASP Sanjay Dhruv) के अनुसार रात को जब पुलिस को हत्या की सूचना मिली तब परिजन सूरज को बीएम शाह अस्पताल लेकर पहुंचे थे। बदमाशों ने किसी नुकीली और ठोस चीज (sharp and solid) से सूरज पर हमला किया है। सूरज के चेहरा, शोल्डर और पीठ पर निशान मिले है। वहीं उनका एक कंधा टूट गया है। हत्या का कारण और हत्यारे के बारे में अभी कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई है। उन्होंने दावा किया कि जल्द ही आरोपियों तक पहुंच जाएंगे। अभी तक की जांच में पता चला है कि हमले में तीन से ज्यादा लोग शामिल थे। ग्रामीणों के अनुसार सूरज बंछोर के साथ सोमवार को जो लोग थे उन्हें पहली बार उनके साथ देखा गया था।
हर एंगल से जांच, पुलिसकर्मी दोषी तो होगी कार्रवाई
आईजी ओपी पाल ने मामले में कहा कि कुछ संदिग्धों की गिरफ्तारी की गई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। मामला आपसी रंजिश का लगता है। इसमें लेन-देन में विवाद की भी आशंका है। हम सभी तरह की आशंकाओं को देखते हुए अलग-अलग टीम को जांच में लगाया है। अगर जुए के मामले में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आती है तो संबंधितों पर कार्रवाई की जाएगी।
(TNS)