दुर्ग (Durg)। दो दिनों पहले भिलाई स्टील प्लांट (BSP) में लेडर खाली (ladder empty) करते समय धमाका (Explosion) हुआ था। इस हादसे में पांच कर्मचारी झुलस (burns) गए थे। गंभीर रूप से घायल कर्मचारियों का सेक्टर 9 मुख्य अस्पताल में इलाज जारी है। इधर पीड़ित कर्मचारियों की शिकायत (complaint) पर बीएसपी प्रबंधन (BSP Management) के खिलाफ धारा 337, 34 के तहत अपराध दर्ज (crime registered) किया गया है।
बता दें घटना के बाद प्लांट के कर्मचारियों ने सुरक्षा को लेकर जमकर हंगामा किया था। जानकारी अनुसार 8 नवम्बर को बीएसपी प्लांट में ब्लास्ट हुआ था। इस दौरान वहां काम कर रहे पांच कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इधर पीड़ित के परिजन और प्लांट के अन्य कर्मचारी प्रबंधन के ऊपर लापरवाही (Negligence) और कर्मियों को पर्याप्त सुरक्षा नहीं (not enough security) देने का आरोप लगाया है।
साइड इंचार्ज और ठेकेदार भी लपेटे में
मामले में शिकायत के बाद भिलाई थाना भट्ठी पुलिस ( police) ने बीएसपी प्रबंधन के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। साथ ही दुर्ग पुलिस ने बीएसपी के साइड इंचार्ज, ठेकेदार यादव ब्रदर्स, ठेकेदार के सुपरवाइजर, सेफ्टी इंचार्ज पर भी अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
मंगलवार को भी एक मजदूर गिरकर मरा
बता दें कि BSP में दूसरे दिन मंगलवार को भी दुर्घटना (accident) हो गई थी। इस बार ब्लॉस्ट फर्नेस-2 (Blast Furnace-2) में शटडाउन (shut down) में काम करते समय एक ठेका श्रमिक (labor) सुखविंदर सिंह 20 मीटर की ऊंचाई से गिर गया, जहां उसकी मौके पर मौत हो गई। काम का ठेका चिनार कंपनी (Contract Poplar Company) को मिला है।
अकुशल कर्मियों से काम लिया जा रहा
दुर्घटना पर हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन सीटू के महासचिव योगेश सोनी का कहना है प्लांट में अकुशल कर्मियों से काम लिया जाना खतरे से खाली नहीं है। हादसा कैसे हुआ, इसका कारण क्या है इसकी जानकारी किसी हो नहीं है।
स्थिति चिंताजनक, सुरक्षा की अनदेखी से घटना हो रही
बीएसपी एटक के महासचिव विनोद सोनी ने कहा था कि घटना का बड़ा कारण ठेकेदारों का श्रमिकों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही है। ऊंचाई पर काम करने वालों को सुरक्षा में उपयोग होने वाली चीजों को मुहैया नहीं कराया जाता। बेचारे श्रमिक आदेश का पालन करते हुए काम करने को मजबूर होते हैं। प्लांट की स्थिति चिंताजनक है।
(TNS)