रायपुर। प्रदेश में कोरोना महामारी से लड़ने के लिए टीकाकरण का महाअभियान चलाया जा रहा है। लेकिन विडंबना देखिए कि स्वास्थ्य विभाग का राज्य वैक्सीन भंडारण केंद्र एक वैक्सीन वेन के लिए तरस रहा है। इसकी समस्या के चलते केंद्र द्वारा विमान से कोरोना टीका भेजे जाने पर उसका उठाव ही समय पर नहीं हो पा रहा है। स्थिति यह है कि कई बार वैक्सीन वेन के लिए आवेदन कर चुके विभाग के अधिकारी अब जुगाड़ से छोटे वाहनों में वैक्सीन ढोने को मजबूर हैं। वहीं समय पर वैक्सीन ना पहुंचने की वजह से टीकाकरण अभियान भी प्रभावित हो रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि यहां राज्य टीकाकरण केंद्र में वैक्सीन परिवहन के लिए विशेष वैक्सीन वैन अविभाजीत मध्य प्रदेश के समय से थी। जो समय के साथ काफी कंडम हो गयी। कोरोना अभियान शुरू होने के दौरान जनवरी में जैसे तैसे वैक्सीन वैन की मरम्मत कर उसका उपयोग किया गया। लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह खराब हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इसे यदि बनवाने की सोचते भी तो इतने पैसे में नया वाहन खरीद सकते थे। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग को नई वैक्सीन वैन खरीदने के लिए विभागीय अधिकारी ने पत्र लिखा है। लेकिन अब तक वाहन के लिए स्वीकृति नहीं मिल पाई है। बता दें कि वैक्सीन वैन वैक्सीन परिवहन के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाता है। इसमें टेंप्रेचर कंट्रोल समेत अन्य सुविधाएं होती है।
राज्य को मिले 1.90 करोड़ टीके
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश को जनवरी 2021 से अब तक 1.90 करोड़ कोरोना टीके मिले हैं। इसमें से 50 लाख से अधिक टीके का परिवहन पुराने वैक्सीन वैन से किया गया। लेकिन इसके बाद वह पूरी तरह कंडम होकर कबाड़ में जा चुका है।
प्रदेश में श्रेणीवार टीकाकरण
श्रेणी – लक्ष्य – टीकाकरण पूर्ण
स्वास्थ्य कर्मी पहली डोज – 3,39,732 – 91%
स्वास्थ्य कर्मी दूसरी डोज – 3,39,732 – 87%
फ्रंट लाइन वर्कर्स पहली डोज – 31,8,677 – 100%
फ्रंट लाइन वर्कर्स दूसरी डोज – 31,8,677 – 83%
45 से अधिक आयु पहली डोज – 69,57,000 – 91%
45 से अधिक आयु दूसरी डोज – 69,57,000 – 61%
18 से 44 आयु, पहली डोज – 1,26,94,000 – 73%
18 से 44 आयु, दूसरी डोज – 92,57,488 – 36 %
राज्य टीकाकरण अधिकारी डाॅ. वीआर भगत के अनुसार वैक्सीन परिवहन के लिए अलग वाहन की अावश्यकता होती है। जो बड़ी वैक्सीन वैन राज्य वैक्सीन केंद्र में था, वह कंडम हो चुका है। ऐसे में वैक्सीन परिवहन के लिए समस्या तो आ ही रही है। हमने इसके लिए विभाग को पत्र लिखा है। वाहन खरीदी के लिए अनुमति का इंतजार है।
(TNS)