नई दिल्ली। पर्क्स और एमजीबी (Perks-MGB) समझौता मामले पर सेल एनजेसीएस की बैठक दिल्ली के हैवीटेड सेंटर (heavy center) में आज भी जारी है। कल गुरुवार को हुई बैठक में कुछ तकनीकी (technology) कारणों से एमओयू (MoU) पर सहमति व हस्ताक्षर बाकी था। आज की बैठक में उसे पूरा किया जाएगा।
मामले में भिलाई स्टील मजदूर सभा (एटक) के जनरल सक्रेटरी (general secretary) विनोद सोनी ने जानकारी दी है कि हर 10 साल में इस पर एग्रिमेंट (agreement) होता है। पांच साल निकल चुका है, आगे पांच साल बाद 2027 में फिर इस पर समझौता होगा। एटक के जनरल सक्रेटरी सोनी के बताया कि एग्रिमेंट के अनुसार पर्क्स का लाभ 1 जनवरी 2017 से दिया जाएगा। एरियस (arias) का पहला किश्त एक अप्रैल 2020 तक दिया जाएगा।
पर्क्स का लाभ एक अप्रैल 2020 तक
ज्ञात रहे कि सेल एनजेसीएस की बैठक (SAIL NJCS meeting) गुरुवार को दिन भर चली। बैठक में पर्क्स को लेकर प्रबंधन और कर्मचारी यूनियनों के बीच लंबी बहस चली। जहां यूनियन की मांग 28% थी, तो वहीं प्रबंधन 25% देने पर अड़ा था। इधर यूनियन अपनी मांग पर अड़ी रही। अंत में बीच का रास्ता निकाला गया। प्रबंधन 26.5% perks और 13% Mgb देने पर सहमत हुआ। पर्क्स का लाभ एक अप्रैल 2020 तक मिलेगा।
दो यूनियन ने समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए
इस्को अधिकारी संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार सुमन के अनुसार एनजेसीएस की कल हुई बैठक नतीजे के साथ संपन्न हुआ है। उन्होंने बताया कि इस दौरान कुछ यूनियन ने बैठक के निर्णय पर सहमत नहीं हुए। उनके पदाधिकारियों ने समझौते पर हस्ताक्षर से मना कर दिया। एचएमएस, इंटक और एटक ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने पर सहमति दे दी है। समझौते पर दो यूनियनों ने हस्ताक्षर नहीं किया। बीएमएस और सीटू ने निर्णय पर सहमति नहीं दी है।
तीन किस्तों में जारी की जाएगी राशि
इस्को अधिकारी संघ के अध्यक्ष सुमन के अनुसार बैठक में अगले समझौते की अवधि 10 वर्ष निर्धारित की गई है। परिवर्तनीय भत्ते के तहत 26.5% और एमजीबी 13% पर सहमत हुए हैं। इसके तहत बकाया एक अप्रेल 2020 से दिया जाएगा। सुमन ने जानकारी दी कि उक्त राशि तीन किस्तों में जारी की जाएगी।
आप भी जानें पर्क्स और एमजीबी का मतलब
पर्क्स – सेल के कर्मचारियों को अनेक तरह के भत्ते मिलते थे। उसकी जगह पर बेसिक को आधार बनाकर दी जाने वाली राशि पर्क्स कहलाता है।
एमजीबी (मिनिमन गारंटेड बेनिफिट)- समझौते के तहत प्रडक्शन के आधार पर 13 प्रतिशत तक सेल के कर्मचारियों को अलग से लाभ दिया जाता है।
(TNS)