रायपुर। छत्तीसगढ़ की सत्ता में काबिज होने के करीबन तीन साल बाद भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता के ग्राफ में कोई कमी नहीं आई है। यह बात आईएएनएस-सीवोटर गवर्नेंस इंडेक्स में सामने आई है, जिसमें तमाम प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पीछे छोड़ते हुए पहले स्थान पर है।
आईएएनएस-सीवोटर गवर्नेंस इंडेक्स में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्री हैं, जो शासन सूचकांक के अनुसार, मतदाताओं के कम से कम गुस्से का सामना कर रहे हैं। केवल 6 प्रतिशत उत्तरदाता बघेल से नाराज हैं और बदलाव चाहते हैं। इसके विपरीत ट्रैकर के अनुसार, बघेल को सभी मुख्यमंत्रियों के बीच सर्वोच्च लोकप्रियता रेटिंग प्राप्त है।
केवल 36.6 फीसदी लोग राज्य सरकार से नाराज
छत्तीसगढ़ के मामले में गुस्सा केंद्र सरकार और यहां तक कि राज्य के विधायकों के खिलाफ है, लेकिन बघेल के प्रति शायद ही कोई गुस्सा है। छत्तीसगढ़ में 44.7 फीसदी उत्तरदाता केंद्र सरकार से नाराज हैं, जबकि 36.6 फीसदी राज्य सरकार से नाराज हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह दूसरे नंबर पर
बघेल के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 10.1 प्रतिशत के साथ मतदाताओं के न्यूनतम गुस्से में दूसरे स्थान पर हैं, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक अपने खिलाफ 10.4 फीसदी और राज्य सरकार के खिलाफ 37.6 फीसदी गुस्से के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
अलग-अलग राज्यों की स्थिति
तमिलनाडु, दिल्ली, गोवा भी उन राज्यों में शामिल हैं, जहां राज्य सरकार के खिलाफ गुस्सा अखिल भारतीय औसत से बेहतर है। कर्नाटक, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल में भी इस औसत से अधिक अंक हैं, जबकि ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, पूर्वोत्तर राज्यों और हरियाणा ने राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्कोर किया है।
तेलंगाना के सीएम सबसे अधिक नाराज
सबसे ज्यादा गुस्सा तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने उठाया है। कम से कम 30.3 फीसदी उत्तरदाता उनसे नाराज हैं और बदलाव चाहते हैं।सबसे निचले हिस्से में पूर्वोत्तर राज्य सामूहिक रूप से 29.2 प्रतिशत के गुस्से के भाव के साथ हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 28.1 फीसदी गुस्सा है, लेकिन इसका कारण यह है कि उत्तर प्रदेश एक ध्रुवीकृत राज्य है। आश्चर्यजनक नहीं है।