कांकेर। सिर पर चोटी (top of head) छात्र की शिक्षा में बाधक बन गई है। स्वास्थ्य (Health) और मन की एकाग्रता (concentration) के साथ आदिकाल (primordial) से आस्था (Faith) का केंद्र बिंदु रही चोटी अब स्कूल के एक छात्र के लिए परेशानी का सबब बन गई है।
ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कांकेर जिले (Kanker District) के भानुप्रतापपुर में सामने आया है। चोटी की वजह से उसे स्कूल से बाहर कर दिया गया है। कुछ दिनों से स्कूल परिसर में दाखिल नहीं होने दिया जा रहा है।
छात्र अंश तिवारी भानुप्रतापपुर (Bhanupratappur) के सेंट जोसफ स्कूल में पढ़ता है। अंश ने प्रिंसिपल जोमोन पीटी पर आरोप लगाया है कि उसे पिछले कुछ दिनों से स्कूल में घुसने नहीं दिया जा रहा है।
हिंदू धर्म का प्रतीक है इसलिए नहीं काटूंगा चोटी
मामले के अनुसार कुछ दिनों पहले स्कूल के प्रिंसिपल ने छात्र अंश से चोटी काटने को कह दिया, लेकिन छात्र ने आदेश का पालन नहीं किया। छात्र ने प्रिंसिपल से कहा कि यह हमारे हिंदू धर्म का प्रतीक है। मैं चोटी नहीं काट सकता। इस बात से प्रिंसिपल नाराज हो गए। बौखलाहट में उसने छात्र को स्कूल से बाहर निकाल दिया।
घर आकर बताई पूरी बात
उसके बाद घर आकर छात्र ने सारी बात अपने माता-पिता को बताई। मामले पर घरवालों ने प्रिंसिपल से बात की, लेकिन उन्होंने किसी तर्क को नहीं माना और कहा कि पहले चोटी कटवाकर आइए, फिर स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
सवालों का जवाब नहीं दे पाए प्रिंसिपल
जानकारी जब भाजयुमो कार्यकर्ता को हुई, तो वे अंश के परिजनों के साथ स्कूल पहुंच गए। जहां चोटी को लेकर प्रिंसिपल से सवाल-जवाब किए, पर वे जवाब नहीं दे पाए। नाराज कार्यकर्ताओं ने चेंबर में भगवा झंडा लगा दिया। भाजयुमो जिला अध्यक्ष राजा पांडे ने कहा इस स्कूल के बारे में पहले भी शिकायत मिलती रही है। आरोप लगाया कि स्कूल में बच्चों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाया जाता है।
मीड़ियाकमिर्यों के सवालों पर चेंबर छोड़ भागे प्रिंसिपल
इस मामले को लेकर जब मीडियाकमिर्यों ने स्कूल के प्रिंसिपल से बात करनी चाही, तो वे चेंबर छोड़कर बाहर निकल गए। गाड़ी में बैठने तक मीडियाकमिर्यों ने सवाल करते रहे कि आखिर मुद्दा क्या है? सवालों से बचते हुए प्रिंसिपल गाड़ी में बैठ चले गए।
दोनों पक्ष से चर्चा के बाद मामला सुलझ गया हैः एसपी
मामले में कांकेर जिले के एसपी शलभ कुमार सिन्हा (SP Shalabh Kumar Sinha) ने जानकारी दी है कि मामला सुलझा लिया गया है। कलक्टर और एसडीएम (Collector and SDM) की मौजूदगी में स्कूल और छात्र दोनों पक्ष को आमने-सामने बिठाकर चर्चा के बाद विवाद शांत करा दिया गया है।
(TNS)