इंशा वारासी, जामिया मिलिया इस्लामिया श्रम संहिताओं को लेकर शोरगुल के विपरीत, श्रम संहिताएं श्रमिक विरोधी नहीं हैं और समावेशी नीतियों के साथ ‘कॉर्पोरेट समर्थक’ होने के दावों का मुकाबला करती है। श्रम संहिता पुराने कानूनों को आधुनिक बनाती है, पुराने प्रावधानों को स्पष्ट परिभाषाओं से बदल देती है। वे श्रमिकों को अधिकार, सुरक्षा और अवसर... Read More