बस्तर दशहरा: भीतर रैनी की रस्म और 600 साल पुराना रथ चोरी की परंपरा निभाई, यहां नहीं होता है रावण दहन
दंडकारण्य क्षेत्र यानी बस्तर कभी रावण की बहन शूर्पणखा का नगर माना जाता था, इसी कारण यहां रावण दहन नहीं होता, बल्कि शांति और सद्भावना के प्रतीक के रूप में देवी मां दंतेश्वरी की पूजा की जाती है Read More