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TIRANDAJ DESK. “चंदा मामा दूर के पुए पकाएं गुड़ के” जैसे तमाम अनेक लोरियों में हमने बचपन से प्रत्येक जगह सुना है कि चंदा हमारे मामा हैं। बड़े होने के बाद आखिर मन में एक सवाल जरूर आता है कि चंदा को सभी ने हमें बचपन से मामा ही क्यों बताया है। अगर उन लोरियों... Read More