इसलिए मंगलवार को पवनसुत का व्रत करने और उनकी पूजा करने से कृपा प्राप्त होती है। वहीं, शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया था कि जो कोई भी उनकी पूजा करेगा, उसे वह प्रताणित नहीं करेंगे। Read More
इसी दिन हनुमान जन्मोत्सव को भी मनाया जाएगा। पंडित गिरीश व्यास ने बताया कि चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 5 अप्रैल सुबह 9:19 से लेकर 6 अप्रैल सुबह 10:07 पर रहेगी। उदया तिथि के अनुसार, 6 अप्रैल को पूर्णिमा का दान और स्नान किया जाएगा। Read More