सर्पदंश से एक मजदूर की मौत के बाद मुआवजा देने की सरकारी व्यवस्था किस तरह फाइलों में उलझकर दम तोड़ देती है, इसका उदाहरण बालोद-बालाघाट से जुड़ा यह मामला बन गया है। 9 साल बीत जाने के बावजूद मृतक मजदूर के परिवार को मुआवजा नहीं मिलना प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, जिस पर अब हाईकोर्ट ने सख्त नाराजगी जताई है। Read More



























