LALITPUR (कपिल नायक). ललितपुर में एक लेखपाल ने किसान के खेत से कच्चा रास्ता न निकालने के एवज में 8000 रुपये वसूल लिए। लेकिन लेखपाल साहब रिश्वत का रुपया पचा नहीं पाए, एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उन्हें धरदबोचा। पकड़े जाने पर जब पत्रकारों ने पूछा कि रिश्वत का पैसा कहां-कहां जाता था तो आरोपी लेखपाल ने एसडीएम का नाम भी लिया।
जिले की पाली तहसील के बालाबेहट गांव के कल्याण सिंह के खेत से कच्चा रास्ता निकाला जा रहा था। खेत में गेहूं की फसल खड़ी होने के कारण किसान ने रास्ता ना निकालने की मिन्नतें कीं। आरोप है कि इसके लिए क्षेत्र के लेखपाल आशुतोष जैन निवासी नईबस्ती (आदिनाथ जैन मंदिर के पास) ने रुपयों की मांग की। इससे परेशान किसान ने लेखपाल की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरों में कर दी। इस पर ब्यूरो की झांसी इकाई द्वारा निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
इधर किसान ने लेखपाल से बात की। तय हुआ कि रिश्वत के रूप में 8000 रुपये देने होंगे। लेखपाल ने रिश्वत की राशि वसूलने के लिए स्टेशन रोड पर स्थित आकाश होटल के पास किसान को बुलाया। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने अपना जाल बिछाया और किसान को लेखपाल के पास भेजा गया। लेखपाल द्वारा रिश्वत लेते ही एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे दबोच लिया। टीम ने लेखपाल को पुलिस के हवाले कर दिया है।
पकड़े जाने पर लिया एसडीएम का नाम
पकड़े जाने पर जब पुलिस आरोपी लेखपाल को पत्रकारों के सामने लाई तो पत्रकारों ने आरोपी लेखपाल से पूछा कि रिश्वत की राशि किस-किस को जाती थी। इस पर लेखपाल ने एसडीएम और कुछ और लोगों का नाम लिया। इसके बाद पुलिस उसे तुरंत वहां से ले गई।