रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल 13 दिसम्बर से शुरू होने वाला है। विधानसभा का यह सत्र हंगामेदार होने की आशंका है। विपक्ष इस बार आक्रामक होकर सरकार को घेरने की तैयारी में है, लेकिन उसके पहले ही सरकार ने मान लिया है कि विपक्ष के पास पूछने के लिए कुछ नहीं है। इधर विपक्षी दल भाजपा ने तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है।
विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल सोमवार से शुरू हो रहा है। विपक्षी पार्टी भाजपा धर्मान्तरण, कवर्धा की घटना, धान खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था, कानून व्यवस्था सहित अनेक मुद्दों पर रणनीति बनाई है। इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। इससे ऐसा लग रहा है कि सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं।
सरकार सवालों का जवाब देने के लिए तैयार
इधऱ सत्र को लेकर मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सरकार की तरफ से पूरी तैयारी है। सभी विधायक विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। मंत्री भगत ने दावा किया है कि इस बार विपक्ष के पास पूछने के लिए कुछ नहीं है।
भाजपा रोज लाएगी एक मामले पर स्थगन
सत्र को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि भाजपा पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि सत्र में स्थगन, ध्यानाकर्षण और प्रश्नकाल आदि का उपयोग करेंगे। उन्होंने कहा कि कवर्धा की घटना, धर्मान्तरण, धान खरीदी में अनियमितता, कानून व्यवस्था, बढ़ते अपराध समेत अन्य मुद्दों को सदन में उठाया जाएगा। भाजपा रोज एक मामले में स्थगन प्रस्ताव लाएगी।
उठेगा झीरम घाटी पर नया जांच आयोग गठन का मामला
आपको बता दें कि विधानसभा सत्र में इस बार सदन के अंदर का माहौल पूरी तरह से गर्म रहने के आसार हैं। विपक्षी दल भाजपा पहले झीरम घाटी मुद्दे पर नया जांच आयोग गठन का मामला उठा सकती है, वहीं कवर्धा मामले को लेकर भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस की आशंका है। इसके अलावा और कई मुद्दे हैं, जिन पर तीखी नोकझोक हो सकती है।
विस अध्यक्ष महंत से मुलाकात करने पहुंचे संसदीय कार्यमंत्री चौबे
छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल सोमवार से शुरू हो रहा है। चार दिन बाद 17 दिसंबर को सत्र का समापन होगा। विधानसभा का शीतकालीन सत्र के पूर्व संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से सौजन्य मुलाकात करने उनके निवास पहुंचे।
(TNS)