INDORE NEWS. काले हिरण की तस्करी और अवैध शिकार के मामले में स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने शाजापुर जिले के राघौखेड़ी गांव निवासी आजाद सिंह सोलंकी को पांचवें आरोपी के रूप में गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आजाद सिंह ने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं।

आरोपी को भेजा गया जेल
फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है। इससे पहले मुंबई जैसे अन्य इलाकों से चार आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। बताते चलें कि 3 दिसंबर 2024 की सुबह इंदौर के पास किशनगंज में पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक लग्जरी कार रोकी थी। उसमें से करीब 65 किलो काले हिरण का मांस बरामद हुआ।
वाहन में सवार जौहर हुसैन, सलमान और इम्तियाज को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में इनके साथ जुड़े अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए थे। पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
अपने खेत में कराता था शिकार
आजाद सिंह के खेत में ही काले हिरण का शिकार होता था। आरोपी लंबे समय से अवैध शिकार और तस्करी में लिप्त रहा है। गिरोह ने शिकार के लिए 50 लाख रुपए कीमत की विदेशी और भारतीय बंदूकें मंगवाईं थीं, जिनमें से दो बंदूकें भी जब्त की गई हैं। आरोपियों ने बताया कि इन्हें स्वीडिश गन चलाना राष्ट्रीय निशानेबाज आमिर से सिखाया गया था।

विदेशी शिकार का भी खुलासा
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी इम्तियाज दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में भी शिकार कर चुका है। इसकी जानकारी फॉरेंसिक जांच और मोबाइल डाटा से मिली है, जो पूरी तरह से रिकवर कर लिया गया है। गिरोह ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, कान्हा और आसपास के क्षेत्र में शिकार किया।
मांस की खाल मुंबई सहित अन्य राज्यों में बेची गई। यह मांस अरब देशों में भी सप्लाई किया जाता था। मुंबई के जोगेश्वरी इलाके से सबाह को पकड़ा गया था जिसने बताया कि स्थानीय रईसों को मांस पहुंचाना उसका काम है।

गिरोह के आरोपी और उनके काम
गंगवार में मसाले का कारोबार करने वाला इम्तियाज, बिजनेस की आड़ में करता था मांस की तस्करी।
रेडीमेड कपड़ों का व्यापारी सलमान खाल प्रोसेसिंग में माहिर है।
जौहर हुसैन वन्यजीव गतिविधि की सूचनाएं जुटाता है।
सबाह मुंबई में निजी एयरलाइंस कंपनी में काम करता है और ग्राहक जोड़ता है।
आजाद सिंह शाजापुर में कृषक है, जिसके खेतों में शिकार किया जाता था।

पुलिस की कार्रवाई जारी
इंदौर पुलिस और टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच तेज कर दी है। केस में आगे की जांच जारी है और अधिक गिरफ्तारी की संभावना है। यह कार्रवाई वन्यजीव संरक्षण के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है जो अवैध शिकार और तस्करी के खिलाफ सख्ती दिखाई गई है।
































