INDORE NEWS. मुंबई से ड्रग्स लेकर इंदौर आई अफ्रीकन महिला लिंडा का पासपोर्ट जाली निकलने से बड़ा खुलासा हुआ है। नारकोटिक्स टीम की जांच में पता चला कि उसके पासपोर्ट की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। साथ ही और पासपोर्ट पर दर्ज नंबर फर्जी पाए गए हैं।

इससे पुलिस को शक है कि लिंडा ड्रग्स के साथ जाली पासपोर्ट रैकेट में भी शामिल हो सकती है। बताते चलें कि रेसीडेंसी इलाके में ड्रग्स की डिलीवरी देने के दौरान लिंडा को गिरफ्तार किया गया था। तलाशी में उसके पास से 31.85 ग्राम कोकीन मिला था, जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 15 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है।

लिंडा को भेजा गया जेल
कोर्ट में पेश करने के बाद लिंडा को जेल भेज दिया गया है। आरोपी लिंडा पहले दिन पूछताछ में सहयोग नहीं कर रही थी हालांकि, बाद में उसने इंदौर के एक युवक का नाम बताया, जिसे वह ड्रग्स सप्लाई करने के लिए आई थी। मगर, जब तक यह जानकारी पुलिस को मिली, उससे पहले ही युवक फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में लगी है।

जाली पासपोर्ट की जांच जारी
नारकोटिक्स विभाग ने एविएशन विभाग से संपर्क कर लिंडा के पासपोर्ट की ट्रैवल हिस्ट्री मांगी। जिसमें कोई वैध यात्रा रिकॉर्ड नहीं पाया गया है। जाली पासपोर्ट की मदद से वह विदेश से मुंबई आई और यहां आने के बाद ड्रग्स तस्करी करने लगी।
मोबाइल से खुल सकते हैं राज
लिंडा का मोबाइल फॉरेंसिक टीम को सौंपा गया है। पुलिस उसकी चैट, कॉल लॉग और पेमेंट ट्रेल की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि मोबाइल की जांच से लिंडा के इस पूरे ड्रग नेटवर्क के कई बड़े राज सामने आ सकते हैं।

































