INDORE NEWS. दिल्ली में लाल किले के सामने 10 नवंबर को हुए बम धमाकों का असर इंदौर में दिख रहा है। खासतौर पर मध्य प्रदेश के महू से भी इस मामले का कनेशन निकलने के बाद इंदौर पुलिस सख्त हो गई है। संदिग्धों की धरपकड़ करने के लिए इंदौर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।

घरों, होटल, धर्मशाला, लॉज, हॉस्टल सहित व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में रहने वाले लोगों का पुलिस वैरिफिकेशन नहीं कराने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई का मकसद संदिग्ध गतिविधियों पर रोक लगाना है।
एडीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि इस अभियान के तहत अब तक कुल 70 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। रविवार को किराएदारों, कामगारों, होटल में रुकने वालों तथा श्रमिकों की जानकारी संबंधित पुलिस थानों में न देने वाले 22 मकान और व्यवसाय मालिकों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223/233 के तहत कार्रवाई की गई है।

मकान व व्यवसाय मालिकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस थाना गांधीनगर, एमआईजी, कनाडिया, परदेशीपुरा, एमजी रोड, भंवरकुआ सहित विभिन्न थानों की टीमों ने मकान मालिकों मुकेश चौहान, शिवनारायण मालवीय, दीनदयाल कुमावत, हिमांशु कारिया, हितेश रायकवार, कमल कुशवाह, रवि मंगवानी सहित अन्य के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की।
इसी तरह से व्यवसाय मालिकों में मल्हारगंज के शुभम मिश्रा, यशदीप सोलंकी, विजय नगर के मयंक जीनवाल, उषा बुसारिया, लसुड़िया के गौरव सिंह, मनीष व अन्य के खिलाफ भी कार्यवाही हुई है।
होटल संचालकों पर भी कसा गया शिकंजा
इसी क्रम में राजेंद्र नगर, एमआईजी, लसुड़िया, छोटी ग्वालटोली व हीरा नगर क्षेत्रों के होटल संचालक निर्भयसिंह, राजकुमार प्रजापत, संदीप विश्वकर्मा, नरेश पांड्या व विजय कौशल के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

पुलिस आयुक्त का सख्त आदेश
पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह ने बताया कि भारतीय नागरिक संहिता की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक आदेशा जारी किए गए हैं। इसके अनुसार सभी मकान और दुकान मालिकों को अपने किराएदारों, कामगारों, छात्रावास के छात्रों तथा होटल-धर्मशाला के रहने वालों की जानकारी संबंधित पुलिस थानों में नियमित रूप से देनी अनिवार्य है। इस आदेश का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

जनता से पुलिस की अपील
पुलिस ने आमजन से भी अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में काम करने वाले या ठहरने वाले लोगों की जानकारी पुलिस को अवश्य दें, ताकि किसी भी संदिग्ध घटना को समय रहते रोका जा सके। यह सुरक्षा का एक अहम हिस्सा है और इसी से शहर में कानून-व्यवस्था सुदृढ़ रहेगी। यह कार्रवाई इंदौर में बढ़ती अपराध दर पर लगाम लगाने के लिए और सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए पुलिस तेजी से कर रही है।


































