PATNA NEWS. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आज 14 नवंबर, गुरुवार को आ चुके हैं। देशभर की नजरें इस चुनाव पर टिकी थीं। शाम 5 बजे तक की मतगणना के अनुसार एनडीए को 202 सीटों के साथ भारी बहुमत मिला है। भाजपा 89 सीटों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बन चुकी है।
वहीं, जदयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है। महागठबंधन केवल 35 सीटों तक सीमित दिख रहा है। बिहार की जनता ने थर्ड फ्रंट को भी पूरी तरह खारिज कर दिया है। बताते चलें कि बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 सीटों की जरूरत है। ऐसे में भाजपा और जेडीयू के साथ मिलकर एनडीए की सरकार बनती दिख रही है।
यह बोले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय से पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्रचंड जीत बिहार के लोगों के अटूट विश्वास का प्रमाण है। उन्होंने कहा, “यह जनता जनार्दन का समर्थन है, हम उनके सेवक हैं। मेहनत से जनता का दिल जीतना हमारी प्राथमिकता है और बिहार की जनता ने यह साफ कर दिया है कि एनडीए की ही सरकार फिर बनेगी।”
प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं को खास संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बिहार देश के उन राज्यों में शामिल है जहां युवाओं की सबसे बड़ी तादाद है, जिसमें हर धर्म और जाति के युवा शामिल हैं। उन्होंने कहा, “युवाओं की इच्छाएं और सपनों ने पुराने जंगलराज और सांप्रदायिक ‘एमवाई फॉर्मूला’ को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। मैं बिहार के युवाओं का विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं।”
यह चुनाव बिहार की राजनीतिक तस्वीर को एक नई दिशा दे गया है, जहां विकास और युवाओं की उम्मीदों ने भारी भूमिका निभाई है। बिहार के लोग अब नए इतिहास की ओर बढ़ रहे हैं, जिसमें एनडीए को प्रचंड जनादेश मिला है और विपक्ष को कड़ी शिकस्त भी।

पीएम ने यह किया ट्वीट
इन नतीजों के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया है- मैं एनडीए के प्रत्येक कार्यकर्ता का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने अथक परिश्रम किया है। उन्होंने जनता के बीच जाकर हमारे विकास के एजेंडे को सामने रखा और विपक्ष के हर झूठ का मजबूती से जवाब दिया। मैं उनकी हृदय से सराहना करता हूं! आने वाले समय में हम बिहार के विकास, यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर और राज्य की संस्कृति को नई पहचान देने के लिए बढ़-चढ़कर काम करेंगे। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यहां की युवा शक्ति और नारी शक्ति को समृद्ध जीवन के लिए भरपूर अवसर मिले।
इतनी सीटों पर मिलकर लड़ा एनडीए
रुझानों के नतीजों में बदलने से पहले ही नीतीश कुमार को फिर से सीएम घोषित कर दिया गया है। बताते चलें कि चुनाव के लिए एनडीए में शामिल बीजेपी ने 101 सीटों, जदयू 101, चिराग पासवान की पार्टी LJP (रामविलास) 29, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLM 6 और जीतन राम मांझी की पार्टी हम भी 6 सीटों पर चुनाव लड़ा।

फ्रेंडली फाइट में हारा महागठबंधन
वहीं बात करें कि महागठबंधन की, तो 35 सीटों के साथ वह मुंह के बल गिर गया है। बताते चलें कि बिहार में महागठबंधन की तरफ से आरजेडी 143, कांग्रेस 61, वाम दल 30 और वीआईपी पार्टी 9 सीटों पर चुनाव लड़ी है। चैनपुर, करगहर, नरकटियागंज, सिकंदरा, कहलगांव और सुल्तानगंज जैसी कुछ सीटों पर महागठबंधन के दलों के बीच फ्रेंडली फाइट भी हुई।
इन चेहरों पर थी देश की नजर
इस बार चुनाव में कई चर्चित चेहरों की किस्मत दांव पर है। महुआ सीट से तेजप्रताप यादव, अलीनगर से मैथिली ठाकुर, मोकामा से अनंत सिंह, छपरा से खेसारी लाल यादव, राघोपुर से तेजस्वी यादव, तारापुर से सम्राट चौधरी, लखीसराय से विजय सिन्हा मैदान में थे। साथ ही जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर के प्रदर्शन पर भी पूरे देश की नजर थी।

दो चरणों में हुआ था मतदान
बताते चलें कि राज्य में इस बार दो चरणों में मतदान हुआ था। विधानसभा की कुल 243 सीटों में से बहुमत पाने के लिए 122 सीटों की जरूरत होगी। मतगणना को लेकर सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस बार पोस्टल बैलेट की गिनती की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। अब आखिरी दो राउंड से पहले पोस्टल वोट्स को शामिल किया जाएगा। सभी नतीजे शाम तक घोषित किए जाने की संभावना है।
रिकॉर्ड तोड़ मतदान, महिलाओं ने दिखाया जोश
चुनाव आयोग के अनुसार, इस बार बिहार में 66.91 फीसदी वोटिंग हुई है, जो 1951 के बाद सबसे अधिक है। पुरुषों ने 62.8 फीसदी और महिलाओं ने 71.6 फीसदी मतदान किया। इस बार महिला मतदाताओं की सक्रियता चुनाव का अहम पहलू रही। दो चरणों में हुए चुनाव में 8.5 लाख से अधिक पोलिंग कर्मी, 2,616 उम्मीदवारों के 1.4 लाख से ज्यादा एजेंट, 243 जनरल ऑब्जर्वर और 38 पुलिस ऑब्जर्वर शामिल रहे।

अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने दी तारीफ
मतगणना केंद्रों पर सुरक्षा, निष्पक्षता और पारदर्शिता के खास इंतजाम किए गए हैं। चुनाव को लेकर अंतरराष्ट्रीय निगरानी भी रही। 6 देशों से आए 16 प्रतिनिधियों ने इंटरनेशनल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम के तहत बिहार की चुनाव प्रक्रिया को नजदीक से देखा। उन्होंने इसे पारदर्शी, व्यवस्थित और कुशल बताया।
एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़त
एग्जिट पोल के अनुमान एनडीए के पक्ष में थे। नतीजों में भी यह बात सही साबित हुई। हालांकि, नतीजों से पहले महागठबंधन उम्मीद जता रहा था कि परिणाम उनके पक्ष में आएंगे, लेकिन हुआ बिल्कुल इसका उल्टा।

































