RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ की राजधानी से एक बड़ी खबर मिली है। बिलासपुर में पदस्थ एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने आईपीएस अधिकारी रतनलाल डांगी पर यौन उत्पीड़न और शारीरिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने उच्च अधिकारियों से शिकायत की है। मामले की जांच की जिम्मेदारी आईजी आनंद छाबड़ा को सौंपी गई है। और इसकी जांच शुरू कर दी गई है। हालांकि डांगी ने इसे साजिश बताया है।
जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि आईपीएस डांगी ने आरोप लगाने वाली सब इंस्पेक्टर की पत्नी के खिलाफ डीजीपी को शिकायत की है। जिसमें पूरे घटनाक्रम का 14 बिंदुओं में विस्तार से बताया है। इस चिट्ठी में उन्होंने महिला और इसमें शामिल अन्य अज्ञात लोगों पर ब्लैक मेलिंग, मानसिक प्रताड़ना, आपराधिक धमकी समेत कई आरोप लगाए हैं। महिला की शिकायत के पहले ही उन्होंने डीजीपी अरुणदेव गौतम को अपनी शिकायत दे दी थी।
महिला का कहना है कि पिछले 7 सालों से आईपीएस डांगी उसका शारीरिक और मानसिक शोषण कर रहे हैं। वहीं आईपीएस डांगी ने भी डीजीपी को लिखित शिकायत में बताया है कि महिला उन्हें बदनाम करने और ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रही है, साथ ही जहर लेकर धमकी देने और वीडियो कॉल पर लगातार निगरानी रखने जैसी शर्तें भी रखी हैं।
महिला के आरोपों पर रतनलाल डांगी ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला उन्हें ब्लैकमेल कर रही है। इस मामले की शिकायत उन्होंने पूर्व में ही सीनियर अफसरों से की है। महिला को इस बात की जानकारी मिली तो उसने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर शिकायत की है। महिला मुझे बदनाम करने और ब्लैकमेल करने के लिए ये सब कर रही है।
ये है पूरा मामला
पीड़िता ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर 15 अक्टूबर को औपचारिक रूप से शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि साल 2017 में रतनलाल डांगी से उसकी मुलाकात कोरबा में हुई थी, जब IPS डांगी वहां एसपी पद पर तैनात थे। शुरूआती बातचीत सोशल मीडिया पर हुई, जो आगे बढ़ती गई। दंतेवाड़ा में पदस्थापना के दौरान वह वीडियो कॉल के माध्यम से उन्हें योग सिखाती थी। बाद में राजनांदगांव और सरगुजा में आईजी बनने के बाद डांगी ने कथित रूप से उसे परेशान करना शुरू किया। बिलासपुर आईजी रहते हुए उत्पीड़न का सिलसिला और बढ़ गया।
शिकायत में महिला ने बताया है कि IPS डांगी उसे अपनी पत्नी की गैरमौजूदगी में बंगले पर बुलाते थे और न आने पर तबादले की धमकी देते थे। चंद्रखुरी पुलिस प्रशिक्षण अकादमी में तबादले के बाद भी वह वीडियो कॉल के जरिए सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक संपर्क करने का दबाव बनाते थे। महिला ने यह भी दावा किया है कि उसके पास कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य मौजूद हैं।