PANNA NEWS. मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में डॉक्टर की लापरवाही का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अमानगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के अभाव में 55 वर्षीय किसान की मौत हो गई। परिजन मरीज को डॉक्टर के पास ले गए थे, लेकिन इलाज शुरू नहीं हुआ। आरोप है कि ड्यूटी पर होने के बावजूद डॉक्टर उस समय शराब के नशे में थे और घर से बाहर नहीं निकले।
ड्यूटी पर नहीं थे डॉक्टर
जानकारी के अनुसार, मंगलवार शाम ग्राम डहर्रा के रहने वाले 55 साल के अजय पाल सिंह को सीने में तेज दर्द हुआ। उन्हें तुरंत अमानगंज के स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। उस समय ड्यूटी पर डॉक्टर आशीष तिवारी थे, लेकिन वे केंद्र पर मौजूद नहीं थे। परिजन उन्हें खोजते हुए उनके सरकारी आवास पहुंचे।
नशे की हालत में थे डॉक्टर
परिजनों का कहना है कि वे डॉक्टर को बार-बार आवाज देते रहे। मगर, वो बाहर नहीं निकले। काफी देर तक प्रयास करने के बाद करीब आधे घंटे बाद डॉक्टर बाहर आए, वह भी नशे की हालत में। इस बीच तड़प-तड़प कर अजय पाल की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मौत के बाद उन्होंने मृतक के परिजनों से बहस शुरू कर दी।
घर के बाहर किया प्रदर्शन
डॉक्टर के इस व्यवहार से गुस्साए परिजनों ने उनके बंगले के बाहर प्रदर्शन किया। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और लोगों को शांत कराया। घटना की जानकारी कलेक्टर ऊषा परमार को दी गई। उन्होंने सीएमएचओ डॉ. राजेश प्रसाद तिवारी को निर्देश दिए कि डॉ. आशीष तिवारी को बीएमओ के पद से तत्काल हटाया जाए।
पुलिस में दर्ज कराया केस
डॉक्टर के इस रवैये से नाराज परिजनों ने डॉक्टर के खिलाफ अमानगंज थाने में लापरवाही का मामला दर्ज कराया है। उनका कहना है कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। बहरहाल, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही समझा-बुझाकर उन्हें घर वापस भेज दिया।