RAIPUR NEWS. खुशियों के त्योहार दिवाली में जगह-जगह जुएं का फड़ लगना आम बात हो गई है। और इसमें विवाद भी हर साल होता है। इस बीच, छत्तीसगढ़ की राजधानी में जुएं की चक्कर में मौत का तांडव मच गया। रायपुर के भाठागांव बीएसयूपी कॉलोनी में युवक की निर्मम हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। वारदात के बाद सुबह पुलिस के साथ एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल से साक्ष्य एक्त्र कर पूरी वारदात की जानकारी ली।

बताया जा रहा है कि ताहिर हुसैन नाम का युवक बीएसयूपी कॉलोनी में ही रहता है। मंगलवार की देर शाम मंच के पास जुए की फड़ लगी थी। उसमें मृतक ताहिर भी जुआ खेल रहा था। जीत-हार में 100 रूपये नहीं देने का सूरज यादव और महेश यादव से विवाद हुआ तो मृतक जुए की फड़ छोड़कर अपने घर आ गया। जब वह अपनी मां और पत्नी के साथ पटाखे फोड़ रहा था तभी आरोपी मदन यादव उसके घर पहुंचा और थोडी देर में उसका भाई सूरज यादव भी पहुंचा और दोनों ताहिर से जुए की पुरानी बात पर विवाद करने लगे।

इसके बाद आपस में पहले दोनो भाईयों ने उसको हाथ-मुक्के से मारा और इसी बीच सूरज यादव ने अपने साथ लाये कैंची से उसके पेट और सीने में वार कर दिया, जिससे वो नीचे गिर गया और दोनों आरोपी भाई मौके से फरार हो गए। घायल ताहिर को उसके परिजन पडोसियों की मदद से अंबेड़कर अस्पताल लाये जहां मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुरानी बस्ती थाना की टीम समेत पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और रात में आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार किया।

त्यौहारी खुमारी के बीच रायपुर शहर में हत्या जैसी संगीन वारदात हो जाना राजधानी पुलिस के व्यवस्था पर कई बडे सवाल खड़े करती है। सबसे बड़ा सवाल इस बात का है कि रिहायशी कॉलोनी में खुलेआम जुए की फड लग रही है और संबंधित थाने की गश्ती टीम को जानकारी ही नहीं। इससे पुलिस की गश्ती टीम पर भी बड़ा सवाल लगता है। जबकि त्यौहारी सीजन शुरू होने के पहले रेंज आईजी और एसएसपी रायपुर ने शहर और ग्रामीण इलाको के थाना प्रभारियों समेत सभी सीएसपी की घंटों ली।

इस दौरान इस बात की सख्त हिदायत दी थी कि शहर के किसी भी थाना इलाके में बडी, छोटी और मझली तरह की वारदात होती है तो उसकी जिम्मेदारी थाना प्रभारी और उस संभाग के सीएसपी की होगी। फिलहाल पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन एक परिवार ने अपना सहारा हमेशा के लिए खो दिया जिसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता।