RAIPUR NEWS. दीपावली के अवसर पर प्रदेश की महिलाओं को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (PMUY) के तहत छत्तीसगढ़ में 2 लाख 23 हजार नए घरेलू एलपीजी कनेक्शन दिए जाएंगे। केंद्र सरकार ने देशभर में 25 लाख नए कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताते हुए कहा कि यह कदम महिलाओं के जीवन में सुविधा, स्वास्थ्य और सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा।
राज्य सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने इस योजना के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रत्येक जिले में ‘जिला उज्जवला समिति’ का गठन किया जाएगा, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर करेंगे। अगले 7 दिनों में पात्र परिवारों से आवेदन लिए जाएंगे और 15 दिनों के भीतर सत्यापन कर नए कनेक्शन जारी कर दिए जाएंगे। समिति पूरे प्रक्रिया की निगरानी और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी।
राज्य सरकार ने नियद नेल्ला नार योजना अंतर्गत आने वाले बीजापुर, सुकमा, नारायणपुर, कांकेर और दंतेवाड़ा जिलों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। इन इलाकों में विशेष शिविर लगाकर शत-प्रतिशत पात्र हितग्राहियों को गैस कनेक्शन दिए जाएंगे। दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों के लिए ई-केवाईसी हेतु कनेक्टिविटी वाले गांवों का चयन किया जाएगा, ताकि कोई भी पात्र महिला योजना से वंचित न रह जाए।
प्रत्येक जिले की उज्जवला समिति कम से कम 5 प्रतिशत आवेदनों का भौतिक सत्यापन करेगी। समिति में कलेक्टर, जिला खाद्य अधिकारी, तेल कंपनियों के प्रतिनिधि और दो गैर-आधिकारिक सदस्य शामिल रहेंगे। नवीन कनेक्शन के लिए पात्रता मापदंड भी तय किए गए हैं। योजना से निम्न वर्ग के वे परिवार ही जुड़ सकेंगे जो आर्थिक रूप से वास्तव में कमजोर हैं।
उज्जवला योजना की शुरुआत से अब तक देशभर में 10.33 करोड़ से अधिक महिलाओं को निःशुल्क गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। अब यह नया चरण दीपावली के पहले महिलाओं के जीवन में धुआं रहित दीपावली लाने का प्रतीक बन सकता है।
…लेकिन ये परिवार योजना से वंचित रहेंगे
जिनके किसी सदस्य की आय 10 हजार रुपये से अधिक हो।
सरकारी कर्मचारी या पंजीकृत गैर-कृषि उद्यम के स्वामी।
50 हजार से अधिक क्रेडिट सीमा वाले किसान।
जिनके पास 2.5 एकड़ से अधिक सिंचित भूमि या बड़े मकान (30 वर्गमीटर से अधिक) हैं।
मोटर वाहन या मछली पकड़ने की नाव/कृषि उपकरण के मालिक।
जिन परिवारों के पास पहले से एलपीजी कनेक्शन मौजूद है।