AMRITSAR NEWS. एक बार फिर फोर्स ने आतंकियों की साजिश नाकाम कर दिया है। पुलिस ने सेना से बर्खास्त कमांडो व उसके दो साथियों को चार ग्रेनेड, एक ग्लॉक पिस्टल, एक मैगजीन और 15 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पूछताछ में पता चला है कि कि वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के अलावा विदेश में रहते खालिस्तान कमांडो फोर्स (केसीएफ) के आतंकी कुलवंत सिंह कंता और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के लिए काम करते थे।
इनकी योजना दीपावली में बड़ी घटना को अंजाम देना था। उन्होंने बताया कि उनके अलावा सीमावर्ती इलाके में रहने वाले दर्जनों युवक दोनों आतंकियों के संपर्क में हैं। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस अब इन युवकों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है।एसएसपी मनिंदर सिंह ने पकड़े गए आरोपितों की पहचान तरनतारन जिले के गांव तलवंडी मेहर सिंह निवासी रविंदर सिंह, गुरदासपुर जिले के गांव हरपुरा निवासी धर्मेंद्र सिंह और उसके साथी महकप्रीत सिंह के रूप में हुई है।
धर्मेंद्र सेना में पांच वर्ष तक कमांडो रह चुका है और बर्खास्त होने के बाद वह एक केस में जेल काट कर लौटा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशंका है कि रविंदर और धर्मेंद्र पहले भी हथियारों की इस तरह की खेप मंगवाकर सप्लाई कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि आतंकी कुलवंत सिंह उर्फ कंता वर्तमान में यूके में बैठ भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है।
जांच अधिकारी ने बताया कि पकड़ा गया कमांडो धर्मेंद्र लगभग पांच साल तक सेना में नौकरी कर चुका है। इंटरनेट मीडिया के मार्फत ही वह आइएसआइ से जुड़ा था। पिछले छह साल से वह कई वेष भी बदल चुका है। कभी वह बिना दाड़ी मूंछ के दिखता है तो तो कभी लंबी दाड़ी और पगड़ी पहन लेता है। पता चला है कि आरोपित मुस्लिम वेष में भी कई बार देखा जा चुका है।