RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ की सियासत में वोट चोरी को लेकर भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस ने बिलासपुर में बड़ी सभा कर भाजपा पर हमला बोला। दूसरी ओर गृहमंत्री विजय शर्मा ने पहले तो कांग्रेस पर वोट चोरी का आरोप लगाया। अब उन्होंने छत्तीसगढ़ में बिहार की तर्ज पर एसआईआर कराने की मांग कर दी है। विजय शर्मा की मांग पर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है।
बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन यानी एसआईआर पर देशभर में सियासत गर्म है। बिहार में 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम काटे जाने को लेकर बिहार में विपक्ष सड़काें पर है। निर्वाचन आयोग कटघरे में है और सत्तारुढ़ दल बचाव में उतरा नजर आ रहा है। अब एसआईआर की इसी प्रक्रिया को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा छत्तीसगढ़ में भी लागू करने की मांग कर रहे हैं।
उनका कहना है, एक तरफ कांग्रेस और राहुल गांधी मतदाता सूची में गड़बड़ी की बात कहते हैं। दूसरी तरफ जब मतदाता सूची को ठीक करने के लिए निर्वाचन आयोग एसआईआर कर रहा है तो उसका विरोध भी कर रहे हैं। राहुल गांधी और कांग्रेस को विरोधाभासी बातें नहीं करनी चाहिए। वे छत्तीसगढ़ में भी एसआईआर की प्रक्रिया लागू करने की मांग करते है।
दूसरी तरफ इस मांग पर विपक्ष हमलावर है। पीसीसी चीफ दीपक बैज से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एसआईआर की प्रक्रिया पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। पीसीसी चीफ दीपक बैज कहते हैं कई राज्यों में भाजपा ने चुनाव आयोग के जरिए फर्जीवाड़ा किया है। कांग्रेस इसीलिए उसे वोट चोर गद्दी छोड़ अभियान के माध्यम से बेनकाब कर रही है। आगे भी यह क्रम जारी रहेगा। एसआईआर की बात कहकर भाजपा भ्रम फैलाने की कोशिश करती है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी एसआईआर की प्रक्रिया पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं।
बिहार के बाद पश्चिम बंगाल में भी निर्वाचन आयोग ने एसआईआर की तैयारियां शुरु कर दी है। इसके बाद देश के कई और राज्यों में इस प्रक्रिया को लागू करने की तैयारी है। इस बीच छत्तीसगढ़ में भी एसआईआर को लेकर जंग तेज होती नजर आ रहा है। ऐसे में अब निर्वाचन आयोग इस मांग पर क्या फैसला लेता है, यह देखना दिलचस्प होगा।