NEW DELHI NEWS. वॉट्सएप (WhatsApp) चलाते हैं तो तुरंत अलर्ट हो जाएं, क्योंकि वाट्सएप के iOS और macOS वर्जन में खामी पाई गई है। इस खामी का फायदा उठाकर हैकर यूजर्स के सेंसेटिव डेटा को एक्सेस कर सकते हैं। ऐसे में अगर आप अपने आईफोन या मैकबुक पर WhatsApp यूज करते हैं तो इस एप को तुरंत अपडेट कर लेने की जरूरत है। ऐसा न करने से हैकर आपकी चैट और दूसरे सेंसेटिव डेटा तक अपनी पहुंच बना सकते हैं। इस दौरान वाट्सएप यूजर्स के लिए भारत सरकार की इंडिया कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) ने हाई-रिस्क वॉर्निंग जारी की है।
CERT-In की एडवायजरी के अनुसार, लिंक्ड डिवाइसेस में सिंक्रोनाइज्ड मैसेजेज की सही तरीके से हैंडलिंग न होने के कारण यह खामी आई है। इस फायदा उठाकर रिमोट अटैकर किसी डिवाइस पर मलेशियस रिक्वेस्ट भेज सकता है। इससे यूजर को पता चले बिना ही उसकी प्राइवेट चैट्स और कॉन्फिडेंशियल जानकारी अटैकर के पास पहुंच जाएगी। इसका विशेष असर WhatsApp के iOS 2.25.21.73 से पुराने वर्जन, WhatsApp Business के 2.25.21.78 से पुराने वर्जन और WhatsApp for Mac के 2.25.21.78 से पुराने वर्जन पर होगा।
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WhatsApp के इन वर्जन पर हैकिंग का सबसे ज्यादा खतरा है और इन्हें तुरंत अपडेट करने की सलाह दी गई है। एडवायजरी में बताया गया है कि यह कमजोरी अकेले ही खतरनाक है, लेकिन अगर इसे एप्पल प्लेटफॉर्म के एक और बग (CVE-2025-43300) के साथ इस्तेमाल किया जाए तो खतरा और बढ़ जाता है। दोनों खामियों का फायदा उठाकर हैकर टारगेटेड अटैक्स कर सकते हैं।
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन तरीकों से हैकर्स के पास यूजर के सेंसेटिव डेटा तक पहुंचने के कई रास्ते खुल जाते हैं। CERT-In ने यूजर्स को इन खामियों से बचाव के तरीके भी बताए हैं। सबसे पहला और जरूरी तरीका WhatsApp को अपडेट कर लेना है। लेटेस्ट अपडेट्स में कंपनी सिक्योरिटी पैचेज जारी करती रहती है, जिससे ऐसी खामियों को दूर किया जा सकता है।