BIJAPUR NEWS. छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे राज्य तेलंगाना में पुलिस को एक बार फिर से सफलता हाथ लगी है। माओवादी नेता ककरला सुनीता SCM, DKSZC के साथ चेन्नुरी हरीश रमन्ना, तेलंगाना राज्य समिति के ACM चार दशकों तक माओवादियों के दल से जुटे रहे। आज वे जीवन की मुख्यधारा में लौट आए हैं।
दरअसल, 40 वर्षों तक नक्सली दल में शामिल रहने के बाद, माओवादी और DK, SZC, SCM ककरला सुनीता, तेलंगाना राज्य समिति के ACM चेन्नुरी हरीश उर्फ़ रामन्ना दोनों आत्मसमर्पण क़र सार्वजनिक जीवन की मुख्यधारा में लौट आए हैं। सामाजिक मुख्यधारा में शामिल होने के लिए हार्डकोर माओवादियों के समर्पण को तेलंगाना पुलिस द्वारा अपनाई गई रणनीतियों की सफलता माना जा रहा है।
नारायणपुर जिले में आठ नक्सलियों ने किया सरेंडर
इधर छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। बीते दिन नारायणपुर जिले में आठ नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने वाले नक्सली लंबे समय से इलाके में एक्टिव थे। उनके खिलाफ कई थानों में मामले दर्ज हैं। दो महिला नक्सलियों समेत आठ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में इसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।
नक्सलियों पर था 30 लाख का इनाम
मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर 30 लाख रुपये का इनाम घोषित था। अधिकारियों ने बताया कि जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया है उनमें सुखलाल जुर्री, हुर्रा उर्फ हिमांशू मिड़ियाम, कमला गोटा, राजू पोडियाम उर्फ सुनील पोडियाम, दीपा पुनेम, मनीराम कोर्राम, सुक्कू फरसा उर्फ नागेश और रामू राम पोयाम शामिल हैं।