DURG NEWS. छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम आज यानी 30 जुलाई को दुर्ग और रायपुर जिले में ईडी की टीम ने मोक्षित कॉर्पोरेशन के कई ठिकानों पर छापे मारे। इस कार्रवाई में दो दर्जन से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। इस दौरान ईडी की टीम के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी बड़ी संख्या में सुरक्षा के लिहाज से मौके पर मौजूद हैं। सुरक्षा के लिहाज से परिसर को चारों ओर से घेर लिया गया और किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने 500 करोड़ से अधिक के चिकित्सा आपूर्ति घोटाले की धन शोधन जांच के तहत छत्तीसगढ़ में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी की कार्रवाई रायपुर, दुर्ग और आसपास के इलाकों में कुछ सरकारी अधिकारियों, चिकित्सा आपूर्तिकर्ताओं और एजेंटों के अलावा कुछ ‘बिचौलियों’ से जुड़े परिसरों पर हुई है। इस कार्रवाई के दौरान ईडी की टीम एक दर्जन गाड़ियों में सवार होकर पहुंची और तुरंत कार्यालय व आवासीय परिसरों में दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कार्रवाई में क्या बरामद हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि जांच पूरी होने के बाद एजेंसियां आधिकारिक बयान जारी करेंगी।
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यह घोटाला सीजीएमएससी से संबंधित है, जिसमें पहले भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है। करीब छह महीने पहले ईओडब्ल्यू और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने इस मामले में संयुक्त छापेमारी की थी। इसके अलावा, 27 जनवरी 2025 को भी मोक्षित कॉर्पोरेशन और शांतिलाल व शशांक चोपड़ा के गंजपारा स्थित घर और कार्यालय पर ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने दस्तावेजों की जांच की थी।
बता दें कि विधानसभा सत्र में बीजेपी विधायक धरम लाल कौशिक ने प्रदेश में सरकारी दवाई सप्लाई के मामले को सदन में उठाया था। दवाई खरीदी में 500 करोड़ के घोटाले के आरोप लगाए थे। वही प्रदेश के सरकारी दवाई सप्लाई में न जरूरत थी और न ही डिमांड थी, जिसके बाद एसीबी और ईओडब्ल्यू जांच के बाद अब ईडी की टीम इस मामले में जांच कर रही है।
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बता दें कि इस घोटाले में स्वास्थ्य केंद्रों में इन वस्तुओं की आवश्यकता/उपलब्धता की जांच किए बिना अभिकर्मकों और उपकरणों की खरीद शामिल है। एसीबी/ईओडब्ल्यू ने कहा था कि सीजीएमएससीएल ने मोक्षित कॉर्पोरेशन और उसकी फर्जी कंपनी के साथ मिलीभगत करके जनवरी 2022 से 31 अक्टूबर, 2023 के बीच अरबों रुपये की खरीदारी की है।