RAIPUR NEWS. केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिनों के छत्तीसगढ़ के दौरे के बाद वाराणसी के लिए रवाना हो गए । वाराणसी रवाना होने से पहले गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षाबलों के जवानों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए । ये कार्यक्रम पहले नारायणपुर में आयोजित होना था, लेकिन वहां पर मौसम खराब होने के कारण उनका नारायणपुर दौरा रद्द हो गया था और ये कार्यक्रम रायपुर में आयोजित किया गया ।

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह रविवार को छत्तीसगढ़ को कई सौगातें केंद्रीय गृह मंत्री ने दी है । जिसमें प्रमुख रूप से फॉरेंसिक साईंस लैब और यूनिवर्सिटी का कैंपस है। इसके अलावा LWE प्रभावित 7 राज्यों की बैठक भी आयोजित हुई। जिसमें सभी राज्यों के डीजीपी भी मौजूद थे । जानकारी के मुताबिक इस बैठक में रियल टाइम कम्युनिकेशन ऑपरेशन के दौरान हो इसको लेकर निर्देश दिए गए हैं । इस दौरान बैठक में अपने उद्बोधन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारी फोर्स अच्छा कार्य कर रही है। बरसात के समय में भी इस बार नक्सलियों को चैन से बैठने नहीं दिया जाएगा।

अमित शाह के इस बयान पर जमकर राजनीति भी हुई । कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि कांग्रेस हिंसा नहीं चाहती है लेकिन नक्सलियों के खिलाफ जो भी कार्रवाई हो वो पारदर्शी होनी चाहिए । इस बयान पर चुटकी लेते हुए प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा की सचिन पायलट को ये बाते अपने नेता राहुल गांधी को भी समझानी चाहिए । क्योंकि वे लगातार सिर्फ भाषण में इस तरह की बाते करते हैं..लेकिन धरातल पर कुछ और रहता है ।

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद पर छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड और ओडिशा के डीजीपी/एडीजीपी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रायपुर में समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

बरसात में चैन की नींद नहीं सो पाएँगे नक्सली
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा है कि पिछले डेढ़ साल में विष्णुदेव साय की सरकार और उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा की सबसे बड़ी उपलब्धि है कि उन्होंने एक रुके हुए नक्सल विरोधी अभियान को द्रुत गति से चलाया और राज्य को नक्सलवाद से मुक्त करने की दिशा में आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि विष्णुदेव साय और विजय शर्मा ने नक्सलविरोधी अभियानों को न सिर्फ धार दी, बल्कि समय-समय पर इस अभियान का मार्गदर्शन किया, सुरक्षाबलों का हौंसला भी बढ़ाया और संपूर्णता के साथ इस लड़ाई में बहुत बड़ा योगदान दिया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने विश्वास के साथ दोहराया कि 31 मार्च, 2026 तक देश नक्सलवाद से पूरी तरह से मुक्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमारे सुरक्षाबलों ने पराक्रम दिखाया है और सूचना एजेंसियों ने सटीक रणनीति बनाई है, उसके आधार पर हम इस लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे। उन्होंने कहा कि हर वर्ष बारिश के मौसम में आराम करने वाले नक्सली इस बरसात में चैन की नींद नहीं सो पाएँगे क्योंकि हमारे सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी रहेगा।