तीरंदाज डेस्क। महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने अपने ट्विटर हैंडल पर 45 साल पुरानी एक फोटो शेयर की। मध्य प्रदेश के धार जिले के डही क्षेत्र में ली गई इस फोटो पर कई लोगों ने कमेंट किया। इसकी प्रतिक्रिया में आनंद महिंद्रा ने लिखा कि वह फिल्ममेकर बनना चाहते थे। जैसे ही यह ट्वीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देखा, उन्होंने आनंद महिंद्रा को मध्य प्रदेश में आने का न्योता देने के साथ ही कहा कि यह वास्तव में खुलासा है।
इसके साथ ही शिवराज सिंह ने लिखा कि यदि आप कभी भी कैमरे के पीछे जाने की इच्छा रखते हैं, तो मप्र में आपका स्वागत है। बताते चलें कि ट्विटर पर एक यूजर को जवाब देते हुए आनंद महिंद्रा ने बताया कि वह फिल्ममेकर बनना चाहते थे।
इसके बाद उन्होंने जानकारी शेयर करते हुए लिखा कि मैंने कालेज में फिल्म की पढ़ाई की थी। मेरी थीसिस एक फिल्म थी, जिसे मैंने 77 में कुंभ मेले पर बनाया था। शेयर की गई फोटो के बारे में बताया कि लेकिन यह तस्वीर डाक्यूमेंट्री की शूटिंग के दौरान इंदौर के पास धार जिले के सुदूर गांव डही की है। बताते चले कि महिंद्रा के चेयरमैन ट्विटर पर काफी एक्टिव हैं। वह कई सामाजिक मामलों पर वीडियो और फोटो शेयर करते हैं।
इसके साथ ही वह आउट ऑफ द बॉक्स विचारों वाले लोगों को प्रेरित करते हैं। इससे पहले हरियाणा में जींद की पटियाला चौक पर जूते-चप्पलों की मरम्मत करने वाले नरसी राम को नया ‘ जख्मी जूतों का अस्पताल’ गिफ्ट किया था। दरअसल, नरसी ने लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए बोर्ड लगाया था- ‘डॉ. नरसी राम- जख्मी जूतों का अस्पताल’। नरसी ने अपने बैनर में अस्पताल की तर्ज पर कई तरह की जानकारियां दे रखी हैं।
मसलन लिखा है कि ओपीडी सुबह 9 से दोपहर 1 बजे, लंच दोपहर 1 से 2 बजे और शाम 2 से 6 बजे तक अस्तपाल खुला रहेगा। आगे लिखा है- ‘हमारे यहां सभी प्रकार के जूते जर्मन तकनीक से ठीक किए जाते हैं।’ नरसी राम के अनोखे बोर्ड से प्रभावित आनंद महिंद्रा ने इस साल अप्रैल में ट्विटर पर उनकी तस्वीर शेयर करते हुए कहा था कि इन्हें आईआईएम की टीचिंग फैकल्टी का दर्जा मिलना चाहिए।