दुर्ग। छत्तीसगढ (Chattisgarh) के दुर्ग जिले (Durg District) से उत्तराखंड (Uttarakhand) क्षेत्र के नैनीताल (नैनीताल) घूमने गए लोग बारिश के चलते परेशानी में पड़ गए हैं। लगभग चार दर्जन से अधिक लोगों ने परिजनों को मैसेज कर मदद की गुहार लगाई है।
दुर्ग जिले से नैनीताल घूमने गए लगभग 55 लोग वहां भूस्खलन की घटना के बाद फंस गए हैं। फंसे लोगों ने दुर्ग में रहने वाले अपने स्वजनों को मैसेज कर परेशानी बताई है। सिर्फ इतनी जानकारी दी कि उन्हें मदद की जरूरत है। इस मैसेज के बाद दुर्ग में रहने वाले स्वजन दुर्ग लोकसभा के सदस्य (Nainital
Member of parliament) विजय बघेल के पास मदद के लिए पहुंच रहे हैं।
16 अक्टूबर को भिलाई-दुर्ग से निकले थे नैनीताल के लिए
भिलाई इस्पात संयंत्र (BSP) सहित अन्य क्षेत्रों में काम करने वाले 55 लोग अपने परिवार जनों के साथ नैनीताल घूमने गए थे। वे सभी गर्म पानी नामक जगह पर फंस गए हैं। फंसे लोगों में 44 महिलाएं 6 बच्चे व पांच पुरुष शामिल हैं। घूमने गए बच्चों के पिता प्रसन्नजीत दास जो रसमड़ा स्थित सिंपलेक्स कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 30 घंटे से अधिक समय से उनके घर वाले और बच्चे वहां फंसे हुए हैं।
मुसीबत में मोबाइल का चार्ज भी खत्म
भूस्खलन के कारण और मोबाइल चार्ज नहीं होने से उनसे बात नहीं हो पा रही है। घटना से घबराए प्रसन्नजीत दास ने बताया कि वह इस मामले को लेकर दुर्ग लोकसभा के सदस्य विजय बघेल से मदद मांग रहे हैं। उनकी मदद के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र के बीएसपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता भी सांसद से मिलने पहुंचे। जहां लोगों को बचाने सांसद के माध्यम से केंद्र सरकार से गुहार लगा रहे हैं। उज्जवल दत्ता ने बताया कि नैनीताल में फंसे अधिकांश भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारी हैं।
(TNS)