NARAYANPUR NEWS. नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में पुलिस और सरकार की आत्मसमर्पण नीति का बड़ा असर देखने को मिला है। आठ लाख के इनामी चार बड़े नक्सलियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। माओवादियों के खिलाफ सरकार की ‘माड़ बचाओ अभियान’ ने एक बार फिर असर दिखाया है। आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली कई बड़ी वारदातों के मास्टरमाइंड शामिल हैं।
नारायणपुर जिले के पुलिस, अधिक्षक के सामने आत्मसमर्पण करते चार नक्सलियों पर लाखों का इनाम घोषित था। आत्मसमर्पण के वक्त पुलिस अधिकारियों ने इन्हें सरकार की पुनर्वास नीति के तहत प्रमाणपत्र और आर्थिक सहायता का चेक सौंपा। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में डीव्हीसीएम अरब उर्फ कमलेश और हेमलाल, पीपीसीएम रंजीत और काजल जैसे बड़े नाम शामिल हैं। ये सभी कई हत्याओं और हमलों में शामिल रहे हैं। पुलिस ने इन्हें कई वर्षों से वांछित घोषित किया था।
ये भी पढ़ें: Breaking: शराब घोटाला: पूर्व मंत्री कवासी लखमा बेटे हरीश साथ गिरफ्तार, ED का बड़ा एक्शन
पुलिस का कहना है कि इन नक्सलियों ने माओवादी संगठन की अमानवीय विचारधारा से निराश होकर आत्मसमर्पण का फैसला किया है। आत्मसमर्पण करने वालों का कहना है कि वे अब समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं। पुलिस के मुताबिक, माओवादियों के खिलाफ जारी इस अभियान में अभी और बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज में फिर से बसाने के लिए हरसंभव मदद की जाएगी।
ये भी पढ़ें: महाकुंभ में छत्तीसगढ़ पैवेलियन…यहां प्रदेश के श्रद्धालुओं के लिए रहना-खाना फ्री…ऐसे पहुंच सकेंगे
ये भी पढ़ें: महादेव सट्टा मामले में दुर्ग पुलिस को बड़ी सफलता, फरार आरोपी रवि मिश्रा गिरफ्तार