RAIPUR NEWS. रायपुर दक्षिण के भाठागांव इलाके के मतदाता 65 एकड़ चारागाह जमीन पर कब्जे को लेकर काफी नाराज हैं। यही वजह है कि वहां के मतदाताओं ने जनसंपर्क और प्रचार के लिए पहुंचे कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों का विरोध किया है। अब वह यह भी धमकी दे रहे हैं कि अगर दान की चरागाह की जमीन को कब्जे को लेकर एक्शन नहीं लिया गया तो वे मतदान का भी बहिष्कार करेंगे। अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुनील सोनी और कांग्रेस के प्रत्याशी आकाश शर्मा का विरोध रायपुर दक्षिण विधानसभा में आने वाले भाठागांव में शुरू हो गया है । यहां के लोग कांग्रेस और भाजपा से इस बात को लेकर नाराज है कि उन्होंने अपने-अपने कार्यकाल में गांववालों द्वारा दान की गई 65 एकड़ चारागाह की जमीन को कब्जे से मुक्त करने के संबंध में कोई एक्शन नहीं लिया।
इस वजह से जब दोनों प्रत्याशी चुनाव प्रचार और जनसंपर्क के लिए भाठागांव पहुंचे तो बस्ती वालों ने उनका खुलकर विरोध किया । बस्ती वालों ने तो यहां तक धमकी दी है कि अगर मतदान के पहले इस संबंध में कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वह मतदान का भी बहिष्कार करेंगे।
भाठागांव में कांग्रेस के प्रत्याशी आकाश शर्मा के विरोध पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि भूपेश बघेल की गड़बड़ी का खामियाजा कांग्रेस के डमी कैंडिडेट आकाश शर्मा भुगत रहे हैं । उन्होंने कहा कि जिस वक्त इस जमीन पर कब्जा हुआ उस वक्त भाजपा के प्रत्याशी सुनील सोनी किसी डिसीजन वाले किसी पद में नहीं थे, लेकिन सुनील सोनी के विधायक बनने के बाद उस जमीन को कब्जे से मुक्त कराएंगे ये हमारा वादा है।
इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद दुबे ने कहा कि यहां के लोगों की नाराजगी भाजपा से है क्योंकि हर मंत्री, विधायक, सांसद के पास गुहार लगाने के बावजूद भी उन्होंने चारागाह की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। विरोध के बाद दोनों ही पार्टी के वरिष्ठ नेता भाठागांव के लोगों को सेट करने में लगे हुए हैं । अब देखना ये होगा कि मतदाता किस पर नाराजगी उतारते हैं और किस पर भरोसा करते हैं ।