RAIPUR NEWS. रायपुर दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव से पहले अंदरूनी कलह देखने को मिली। दरअसल, इस सीट से दावेदार माने जा रहे कांग्रेस नेता कन्हैया अग्रवाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट पहुंच गए। हालांकि पहुंचते ही उनके पास भूपेश बघेल समेत कई नेताओं के फोन आ गए और इसके बाद उन्होंने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया। रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर अंतिम समय तक कांग्रेस के भीतर नाटकीय घटनाक्रम चलता रहा। एक तरफ कांग्रेस के बड़े नेता आकाश शर्मा की जीत के लिए रणनीति बनाते रहे।
वहीं रायपुर दक्षिण से कांग्रेस की टिकट के दावेदार कन्हैया अग्रवाल अंतिम घंटों में नामांकन दाखिल करने कलेक्टोरेट पहुंच गए। हालाकि जैसे ही उनके नामांकन की खबर कांग्रेस नेताओं तक पहुंची। पीसीसी चीफ दीपक बैज और बड़े नेताओं ने फोन किया। उनसे चुनाव नहीं लड़ने का आग्रह किया गया। जिसके बाद वे मान गए। गौरतलब है कि आकाश शर्मा को टिकट दिए जाने के बाद से ही कन्हैया अग्रवाल की नाराजगी की खबरें सामने आती रही हैं। कन्हैया अग्रवाल बीते विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस के उम्मीदवार थे वे भाजपा के दिग्गज प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल से बहुत ही कम अंतर से हारे थे।
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बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बन जाने के बाद ये माना जा रहा था कि कांग्रेस फिर से कन्हैया अग्रवाल को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी। चुनाव के लिए नाम का ऐलान होने से पहले ही कन्हैया अग्रवाल ने नामांकन पत्र खरीद लिया था। लेकिन कांग्रेस ने युवा नेता आकाश शर्मा को टिकट देकर कन्हैया अग्रवाल को झटका दे दिया। इसके बाद से ही यह अनुमान लगाए जा रहे थे कि कन्हैया अग्रवाल बागी होकर चुनाव लड़ सकते हैं। बहरहाल कांग्रेस उन्हे मनाने में सफल रही है।
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