GARIYABAND. गरियाबंद जिला प्रशासन ने ओडिसा में बंधक आमामोरा के भुजिया जनजाति के 4 बंधक समेत कुल 5 लोगों को सकुशल वापस लाने में कामयाबी हासिल की है। सप्ताह भर पहले बरातू भुंजिया ने कलेक्टर को दिए आवेदन में बताया था कि उनके दो भाई, दो बहू और एक बच्ची को ओडिसा के बालंगीर जिले में रुई बनाने वाले फेक्ट्री में बंधक बना लिया गया है।
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शिकायत के बाद कलेक्टर के निर्देश पर एक संयुक्त टीम गठन कर इन बंधकों को लाने के लिए भेजा गया था। आज उनकी सकुशल गरियाबंद वापसी हो गई है। एस डी एम राकेश गोलछा ने अपने समक्ष उनके परिजनों को बुलाकर उनको सुपुर्द किया है।
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आमामोरा क्षेत्र के कुछ मजदूर दिवाली के बाद आंध्र के ईट भट्ठे गए थे। तीन माह पहले वे वापस आ रहे थे, तभी ओडिसा में उन्हें कुछ ठेकेदार जबरन रुई फेक्ट्री में भेज दिया। घर तक आने जाने नहीं दे रहे थे। इसकी शिकायत बंधकों ने अपने रिश्तेदार ग्राम सरपंच को की। जिसके आधार पर उनके रिश्तेदार और ग्राम सरपंच ने इसकी जानकारी जिलाधीश दीपक अग्रवाल को दी।
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बंधक की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने मजदूरों को छुड़ाने अपनी संवेदन शीलता दिखाई और एसडीएम राकेश गोलछा के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। 24 घंटे के अभियान में भुजिया जनजाति के मजदूरों को प्रशासन सकुशल वापस ले आई।
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एसडीम राकेश गोलछा इन लोगों से विस्तृत चर्चा करते हुए दोबारा वहां न जाने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि गांव में ही चलाए जा रहे विभिन्न शासकीय योजनाओं में कार्य करने की बात कहते हुए जल्द ही श्रम कार्ड बनाने की बात कही है